खेल विश्वविद्यालय के लिए भूमि हस्तांतरण में आ रही है दिक्कत, मंत्री ने अन्य जगहों पर भी भूमि तलाशने के दिए निर्देश।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणाओं के तहत हल्द्वानी के गौलापार में स्थापित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को खेल विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है। जिसके लिए 35 एकड़ अतिरिक्त भूमि की जरूरत है। हालांकि, खेल विभाग ने स्टेडियम के समीप 35 एकड़ भूमि चिन्हित की थी लेकिन ये भूमि
कॉम्पेनसट्री एफोरेस्टेशन के तहत आती है। जिसके चलते खेल विश्वविद्यालय के लिए भूमि उपलब्ध होने में आ रही दिक्कतों को लेकर विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने शुक्रवार को खेल विभाग और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक के दौरान विभागीय मंत्री रेखा आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉम्पेनसट्री एफोरेस्टेशन भूमि अगर यहां उपलब्ध नहीं होती है तो किसी अन्य जगह पर भूमि की तलाश करे। इसके साथ ही मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में अगर उधमसिंह नगर या नैनीताल जिले में कहीं 100 एकड़ भूमि उपलब्ध हो,  इसके लिए उधमसिंह नगर और नैनीताल जिले के जिलाधिकारी से बातचीत कर भूमि उपलब्धता रिपोर्ट मांगा ले। अगर इन जिलों में कहीं 100 एकड़ भूमि मिलती है तो वहा पर खेल विश्वविद्यालय बनाने की दिशा मे काम करे।

वही, खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि 38वे राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से पहले ही खेल विश्वविद्यालय के लिए भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों से करवा कर उसका निर्माण कार्य शुरू कर दें। इस दिशा में तेज गति से काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए है। साथ ही कहा कि यह राज्य के लिए बड़ी खुशी की बात है क्योंकि राज्य में पहला खेल विश्वविद्यालय बनेगा, जिसका बड़ा फायदा राज्य के युवाओं को मिलेगा। खेल विश्वविद्यालय बनने के बाद इस विश्वविद्यालय में  अनेक तरह की खेल गतिविधियो को संचालित किया जाएगा।

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