आगामी विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने का है बस बचा है ऐसे में केंद्रीय मंत्री का दौरा उत्तराखंड में शुरू हो गया है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को देहरादून पहुंचे। जहां उन्होंने घस्यारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया। घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ करने से पहले जब अमित शाह, देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे थे उस दौरान मुख्यमंत्री समेत तमाम नेता उनके स्वागत के लिए मौजूद थे।
लेकिन जब कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य स्वागत समारोह में शामिल होने पहुची तो उन्हें स्वागत समारोह में शामिल नहीं होने दिया गया। क्योकि, स्वागत में शामिल होने वाले नेताओं के लिस्ट में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का नाम शामिल नहीं था। फिर क्या था गुस्से में ही कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य जौली ग्रांट एयरपोर्ट से रवाना हो गयी। ऐसे में एक बड़ा सवाल ही खड़ा हो रहा है कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के दौरे पर कोई ना कोई कैबिनेट मंत्री आखिर नाराज क्यों हो रहा है।
यही नहीं, बन्नू स्कूल के ग्राउंड में बनाए गए कार्यक्रम के स्टेज पर खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को जगह नहीं मिली। दरअसल, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन जनसभा संबोधित कार्यक्रम में पहुंचे थे और वह स्टेज पर भी चढ़ गए थे लेकिन स्टेज पर रुकने वाले नेताओं के लिस्ट में उनका नाम ना होने की वजह से उन्हें स्टेज पर रुकने नहीं दिया गया। इसे विधायक नाराज होकर स्टेट से उतर गए और कार्यक्रम को भी छोड़ कर रवाना हो गए। हालांकि, जब कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन स्टेज पर पहुंचे थे उस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्टेज पर मौजूद नहीं थे।
हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है जब कोई कैबिनेट मंत्री नाराज हुआ हो, बल्कि कुछ दिन पहले जब गृह मंत्री अमित शाह आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करने पहुचे थे। उस दौरान आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करने के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री, आपदा मंत्री समेत तमाम अधिकारियों के साथ आपदा के संबंध में बैठक की थी। उस दौरान भी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को जाने नहीं दिया गया था। क्योंकि उस दौरान भी जो लिस्ट तैयार की गई थी इस लिस्ट में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का नाम शामिल नहीं था।