देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। यही नहीं, पिछले महीने एफआरआई में कोरोना संक्रमण के 11 मामले सामने आने के बाद एफआरआई परिसर को न सिर्फ कंटेंटमेंट जोन घोषित कर दिया गया था बल्कि पर्यटकों के आने पर भी रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब 15 दिन बाद एक बार फिर एफआरआई को पर्यटकों के लिए सशर्त खोल दिया गया है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पर्यटक आगामी 13 दिसंबर से एफआरआई का दीदार करेंगे।
पर्यटकों के लिए एफआरआई की ओर से जारी दिशा निर्देश के अनुसार वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून के संग्रहालय एवं परिसर को 13 दिसम्बर से पर्यटकों के लिए कोविड प्रोटोकॉल के साथ पुनः खोला जा रहा है। वर्तमान में कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए रोजाना केवल 200 पर्यटकों को ही एफआरआई कैम्पस में आने की अनुमति होगी। हालांकि, पर्यटको के लिए संग्रहालय सुबह 9 बजे से सांय 5 बजे तक खुला रहेगा। लेकिन एफआरआई परिसर में वही पर्यटक जा सकेगा जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण कराया होगा।
ऐसे में जो पर्यटक एफआरआई के परिसर और संग्रहालय में भ्रमण करना चाहते हैं, उन्हें अपना पंजीकरण संस्थान की बेवसाइट fri.icfre.gov.in पर करना होगा। इससे संबंधित समस्त जानकारी एफआरआई की वेबसाइट fri.icfre.gov.in पर उपलब्ध है। संस्थान में सुबह और सांयकालीन भ्रमणकर्ताओं के लिए परिसर पूर्व की भांति खुले रहेगे। यह व्यवस्था अग्रिम आदेश तक लागू रहेगी।
गौर हो कि, जब उत्तराखंड राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए थे उसी दौरान देहरादून स्थित एफआरआई के 11 आईएफएस अधिकारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया था। दरअसल, उत्तराखंड राज्य में पिछले साल भी कोरोना संक्रमण की शुरुआत एफआरआई से ही हुई थी। क्योंकि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के सबसे पहले मामले एफआरआई के प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों में पाए गए थे। ऐसे में एक बार फिर एक साथ 11 आईएफएस अधिकारियों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद एफआरआई को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था।