विधानसभा सचिवालय में हुई नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी को पत्र लिखकर जांच कराने का अनुरोध किया था। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बड़ा फैसला लेते हुए ना सिर्फ इस अनियमितता की जांच के लिए एक्सपर्ट कमेटी को गठित कर दी है बल्कि वर्तमान विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को अगले एक महीने के लिए छुट्टी पर भी भेज दिया है। इसी क्रम में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने आज अपने सामने विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल के कार्यालय को सील भी करवा दिया है।
दरअसल, विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल के कार्यालय में तमाम कागजात रखे हुए हैं ऐसे में इस जांच में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो साथ ही कोई छेड़छाड़ ना किया जा सके इसको देखते हुए विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल के कार्यालय को विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के सामने ही सील कर दिया गया है वहीं रितु खंडूरी का कहना है कि जो एक्सपर्ट कमेटी बनाई गई है वह अगले एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपी गई लिहाजा विधानसभा सचिव को अगले एक महीने तक के लिए छुट्टी पर भेज दिया गया है ताकि जांच प्रभावित ना हो और पारदर्शी निष्पक्ष रुप से इस पूरे मामले की जांच की जा सके।
प्रेसवार्ता के दौरान विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा की गरिमा को बचाये रखने उनका कर्तव्य है। साथ ही अध्यक्ष ने कहा कि जांच के लिए एक्सपोर्ट समिति गठित किया जाएगा। साथ ही यह कमेटी एक माह के भीतर जांच रिपोर्ट अध्यक्ष को सौपेगी। इसके बाद आगे की कार्यवाही पर निर्णय लिया जाएगा। एक्सपोर्ट कमेटी में दिलीप कुमार कोटिया को अध्यक्ष, सुरेंद्र सिंह रावत को सदस्य और आवेंद्र सिंह को सदस्य बनाया गया है। इसके साथ ही अध्यक्ष ने सचिव पर कार्यवाही करते हुए बड़ा निर्णय लिया है कि इस जांच के दौरान वर्तमान विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल अवकाश पर रहेगें। इसके साथ ही दो चरणों मे जांच की जाएगी, जिसके तहत साल 2000 से 2011 तक और 2012 से 2022 तक दोनों ही कार्यकाल में हुई भर्तियों की जांच की जाएगी।