मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के वहाँ पर गये यात्री फंस गये थे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत बचाव कार्य में जुट गई। हालांकि, अभी तक 60 तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। आपको बता दे कि मद्महेश्वर धाम के बणतोली में तीन दिन पहले पुल ध्वस्त होने से सैकड़ों यात्री फंस गए थे। लिहाजा, मंगलवार को मौसम साफ होने के बाद यात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है।
दरअसल, भारी बारिश और नदी का जलस्तर अधिक होने के चलते रेस्क्यू कार्य नहीं हो पा रहा था। लिहाजा, बारिश थमने और नदी का जलस्तर कम होने के बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने तीर्थ यात्रियों को रेस्क्यू करने का काम शुरू किया। तीर्थ यात्रियों की संख्या अधिक होने के चलते अब हेली माध्यम से तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है। अब तक करीब 60 श्रद्धालुओं रेस्क्यू किया जा चुका है।