प्रदेश में आबकारी आयुक्त और आबकारी सचिव का पद लंबे समय से चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इसी बीच धामी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए आबकारी विभाग के सचिव पद से हरिचंद्र सेमवाल को अवमुक्त करते हुए आबकारी विभाग के सचिव पद पर प्रमुख सचिव एल फैनाई को जिम्मेदारी दी है। हालांकि, हरिचंद्र सेमवाल के पास आबकारी आयुक्त की जिम्मेदारी रहेगी। दरअसल, चर्चा इस वजह से भी है कि एक ही आईएएस अधिकारी को आबकारी आयुक्त और आबकारी विभाग के सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
इस मामले पर 16 सितंबर को नैनीताल हाई कोर्ट ने भी सवाल उठाए थे। साथ ही जस्टिस रविन्द्र मैठाणी ने सरकार से सवाल किया था कि कैसे एक ही व्यक्ति को दो चार्ज दिए गए। ऐसे में पूरे विभाग का सर्वेसर्वा तो नहीं बना दिया है? साथ ही कोर्ट ने 19 सितंबर तक इस मामले में सरकार से जवाब मांगा था। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस बात का भी जिक्र किया था कि उत्तरप्रदेश आबकारी एक्ट के किए गए प्रावधान के अनुसार, आयुक्त के आदेश का सरकार रिव्यू कर सकती है, तो ऐसे में कमिश्नर और सचिव एक ही व्यक्ति को कैसे बनाया हुआ है।
इस पूरे मामले की गंभीरता और कोर्ट के हस्तक्षेप को देखते हुए धामी सरकार ने 11 नवंबर को आदेश जारी करते हुए हरिचंद्र सेमवाल को आबकारी विभाग के सचिव पद अवमुक्त हटा दिया है। साथ ही सरकार ने आबकारी विभाग के सचिव की जिम्मेदारी प्रमुख सचिव एल फैनाई को सौप दी है। दरअसल, प्रमुख सचिव एल फैनाई की छवि तेज तर्रार अधिकारी का है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अब आबकारी विभाग की जिम्मेदारी मिलने में बाद राजस्व एकत्र मे लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही भी हो सकती है।