ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम की हार के बाद आतिशबाजी करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सहित तीन लोगों के खिलाफ सिडकुल थाने में शांति भंग और एससी/ एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दरअसल, टोक्यो ओलंपिक में एक तरफ जहां पूरा देश भारतीय महिला हॉकी टीम के सेमीफाइनल में जीत के लिए दिनभर दुआएं करता रहा, तो वहीं टीम के हारने पर हरिद्वार में बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है।
जी हां, अर्जेंटीना से भारतीय हॉकी टीम को 2-1 से मिली हार के बाद, हरिद्वार की वंदना कटारिया के रोशनाबाद स्थित घर के बाहर कुछ लोगों ने आतिशबाजी कर दी। हालांकि, इस घटना के बाद वंदना के परिजनों के शिकायत करने पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी कर लिया। बुधवार को टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम का अर्जेंटीना के साथ मुकाबला चल रहा था। मुकाबले में अर्जेंटीना ने भारतीय हॉकी टीम को 2-1 से हरा दिया।
आपको बात दे कि स्ट्राइकर वंदना कटारिया की ऐतिहासिक हैट्रिक के दम पर भारत ने ‘करो या मरो’ के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका टीम को 4-3 से हराकर टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखी थीं। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची थी। वंदना ने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किया था. वह ओलंपिक के इतिहास में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।
हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया के परिजनों का आरोप है कि उनके पड़ोस में रहने वाला विक्की पाल उनसे ईर्ष्या रखता है इसलिए टीम के हारने पर विक्की पाल ने आतिशबाजी की। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी विक्की पाल को हिरासत में लिया। वंदना कटारिया के भाई की तहरीर पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
वहीं, एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्णराज ने बताया कि घटना बुधवार की है। हमें इसे मामले में वंदना के भाई की शिकायत मिली, जिसके बाद गुरुवार को गांव के दो युवकों के खिलाफ सिडकुल थाने में आईपीसी की धारा 504 और एससी/एसटी एक्ट की धारा तीन के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच सीओ सदर डॉ. विशाखा अशोक को दी गई है।