हरिद्वार में आयोजित साल 2021 के कुंभ मेले को लेकर देश ही नहीं विदेशों में भी जिस तरह से भारत और उत्तराखंड की फजीहत हुई है। उससे सबक लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कांवड़ यात्रा को लेकर कोई भी जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहती हैं। क्योंकि गुरुवार को करीब डेढ़ घंटे हुए बैठक के बाद भी कावड़ यात्रा को लेकर राज्य सरकार निर्णय नहीं ले पाई है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों से बातचीत कर फैसला लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि यह निर्णय बेहद सोच समझकर लेना होगा, लिहाजा अधिकारियों से बात करने के बाद यह फैसला लिया गया है कि अभी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारों और वहां के अधिकारियों से बातचीत कर रही होगी। और इसका जिम्मा मुख्यमंत्री ने अधिकारियों पर छोड़ दिया है कि, इन तीनों राज्यों से बातचीत करने के बाद जो निष्कर्ष निकलेगा उसी के अनुसार ही कावड़ यात्रा पर निर्णय लिया जाएगा। यानी, बातचीत के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है की कांवड़ मेले का आयोजन हो पाएगा या नहीं?
आपको बता दें कि लगभग 1 हफ्ते पहले हुई पुलिस अधिकारियों की इंटरेस्टेड बैठक में निर्णय लिया गया था कि पूरी तरह से कावड़ मेला प्रतिबंध रहेगा। लिहाजा जिस भी स्टेट के लोग उत्तराखंड में आना चाहते हैं वह टैंकरों के माध्यमों से गंगाजल ले जा सकते हैं क्योंकि मौजूदा हालात कांवड़ मेले की परमिशन नहीं देते। राज्य सरकार और उसका महत्व इसलिए भी कावड़ मेले को लेकर डरा हुआ है।
क्योंकि लगातार हाईकोर्ट कुंभ मेले में हुई किरकिरी को लेकर राज्य सरकार को घेर रहा है ऐसे में नए नवेले मुख्यमंत्री अपने ऊपर कोई भी दाग लेना नहीं चाहते हैं इसलिए वह सभी पहलुओं को देखने के बाद इस पर कोई निर्णय लेंगे।