उत्तराखंड राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए राज्य सरकार व्यवस्थाओं को बेहतर करने में जुटी हुई है। तो वही, तमाम सामाजिक संगठन ऐसे भी है जो लगातार, राज्य सरकार की मदद के लिए आगे आ रहे है। जी हां, रविवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में हंस फाउंडेशन, हेमकुंट फाउंडेशन और संत निरंकारी मंडल की ओर से अपनी क्षमता के अनुसार कोरोना से लड़ने के लिए तमाम उपकरण मुख्यमंत्री को सौंपे है।
हंस फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 40 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, 60 नेबोलाइजंर मशीन, 500 ऑक्सिमीटर, 448 डिजिटल थर्मोमीटर, 587 पीपीई किट 587, 50 इंफ्रारेड थर्मोमीटर, ऑक्सीजन मास्क 300, सर्जिकल मास्क 3250,सेनिटाइजर 170, स्टीमर 100, बीपी मशीन 20 व अन्य सामग्री भेंट किए। इस सामग्री को रुद्रप्रयाग जनपद के लिए भेजा जा रहा है। जल्द अन्य जनपदों के लिए भी सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
इसी तरह हेमकुंट फाउंडेशन की ओर से 55 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, 54 ऑक्सीजन सिलिंडर, पीपीई किट व अन्य सामग्री भेंट की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हेमकुंट फाउंडेशन की ओर से भेंट किए गए इस सामान को पहले चरण में चमोली व उत्तरकाशी भेजा जा रहा है। जल्द कुछ और ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स व अन्य सामान दूसरे जिलों के लिए भी उपलब्ध कराए जाएंगे। फॉउंडेशन की तरफ से इन ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स, सिलिंडर के लिए टेक्नीशियन भी उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इसके अतिरिक्त, संत निरंकारी मंडल देहरादून की ओर से रविवार को 40 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी को भेंट किए गए। इनमें से 20 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स गढ़ी कैंट बोर्ड की ओर से संचालित हॉस्पिटल व अन्य पर्वतीय जिलों में अस्पतालों को भेजे जाएंगे। बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में संत निरंकारी मंडल के मसूरी जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह व हेमराज ने मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत को ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स भेंट किए है। यही नही, संत निरंकारी मंडल के जोनल इंचार्ज ने उत्तराखंड में अपने समस्त सत्संग घरों को कोविड सेंटर के रूप में परिवर्तित करने का सहमति पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में सभी अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन व अन्य संसाधन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की गति कुछ धीमी हुई है। पर्वतीय जिलों में कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव स्तर पर ग्राम समितियां बनाई गई हैं। सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग कराने पर है। लोगों को चाहिए कि वे बगैर संकोच टेस्टिंग कराएं। सरकार की ओर से किट भी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि प्राथमिक उपचार घर पर ही मिल सके।