उत्तरकाशी जिले के सहस्त्रताल में ट्रैकिंग पर गई 22 सदस्य टीम मौसम खराब होने के चलते फस गई। ऐसे में सहस्त्र ताल में फंसे हुए कई ट्रैक्टर्स को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंचने की कोशिश कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार 29 में को 22 सदस्य ट्रैकिंग टीम में से 20 लोग सहस्त्राल में ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए थे जब यह टीम 3 जून को सहस्त्र ताल से वापस बेस कैंप की तरफ लौट रही थी तभी मौसम खराब होने से ट्रैकिंग टीम फस गई। एसडीआरएफ की ओर से अभी तक 10 लोगों का रेस्क्यू करने के साथ ही दो डेड बॉडी भी रिकवर कर ली है।
वही, एसडीआरएफ़ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि उत्तरकाशी जिले से सहस्त्र ताल के लिए 22 सदस्य एक टीम 29 में को रवाना हुई थी। साथ ही 3 तारीख की शाम को जब ट्रैकिंग टीम सहस्त्र ताल से वापस आने लगे, इस दौरान मौसम खराब होने के चलते ट्रैकिंग टीम वहां फंस गई। इस ट्रैकिंग टीम में 22 लोग शामिल थे लेकिन दो लोगों की तबीयत खराब होने के चलते 20 लोग ही सहस्त्रताल ट्रैकिंग पर गए थे। इन 20 लोगों में से 8 लोगों का रेस्क्यू कर देहरादून लाया जा चुका है। इन्हीं लोगों ने बताया कि उनके चार साथियों की मौत हो चुकी है। थोड़ी ही देर में एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच जाएगी।
एसडीआरएफ कमांडेंट ने बताया कि जिन आठ लोगों का रेस्क्यू कर देहरादून लाया गया है ये लोग बेस कैंप तक पहुंच चुके थे लिहाजा हेलीकॉप्टर के माध्यम से इनको देहरादून लाया गया है। साथ ही बताया कि घटनास्थल पर मौसम खराब है जिसमें चलते पैदल एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर पहुंचने में थोड़ी दिक्कत हो रही है लेकिन जल्द ही वो घटना स्थल पर पहुंच जाएगी। ऐसे में एसडीआरएफ की पूरी कोशिश रहेगी कि आज शाम तक रेस्क्यू अभियान को पूरा किया जा सके।
जब हाई एटीट्यूड पर किसी भी तरह के रिक अभियान को करना पड़ता है तो उस दौरान एसडीआरएफ को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिसके सवाल पर एसडीआरएफ कमांडेंट में बताया कि हाई एल्टीट्यूड पर रेस्क्यू के दौरान तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत मौसम खराब होने की वजह से होती है। क्योंकि अगर बारिश या फिर बर्फबारी होती रही तो रेस्क्यू टीम को आगे बढ़ाने में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
हर साल ट्रैकिंग पर गए ट्रैक्टर्स के फंसने की सूचना प्राप्त होती है जिस पर कमांडेंट ने बताया कि यह कोशिश की जाती है कि जो भी ट्रैकिंग पर ट्रेकर्स जाते हैं वो स्वास्थ्य हो, और ट्रैकिंग पर जाने के काबिल हो। उत्तरकाशी के सहस्त्रताल में ट्रैकिंग पर गई इस टीम के पास वैलिड परमिशन था। लेकिन जो ट्रैक्टर्स फंसे हैं उनकी मुख्य वजह यही रही कि अचानक मौसम खराब हो गया था। इस घटना में किसी भी ट्रैक्टर्स और एजेंसी की कोई लापरवाही सामने नहीं आई है। साथी बताएं कि ट्रैकिंग एजेंसी के तहत ट्रैक्टर्स को ट्रैकिंग पर भेजा जाता है ऐसे में ट्रैकिंग एजेंसी की ओर से ही उनको मौसम समेत अन्य जानकारियां दी जाती हैं।
सहस्त्रताल ट्रैकिंग पर गए ट्रेकर्स में से चार ट्रैक्टर्स के मौत की सूचना प्राप्त हुई है। सकुशल देहरादून पहुंचे ट्रैक्टर्स के अनुसार, अचानक मौसम खराब होने के चलते तापमान में काफी गिरावट आ गई। जिसके चलते इन चार लोगों की मौत ठंड की वजह से हो गई है। एचडीआरसी कमांडेंट ने बताया कि जिन आठ लोगों का रिस्क कर देहरादून लाया गया है उन सभी लोगों को कोरेनेशन अस्पताल भेजा गया है।