उत्तराखंड राज्य की सीमाएं चीन बॉर्डर से भी जुड़ी हुई है ऐसे में सामरिक दृष्टि से उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कें काफी महत्वपूर्ण रहती है। इसके साथ ही पर्यटन के लिहाज से प्रदेश के सीमांत क्षेत्र तक सड़कों की अहम भूमिका रहती है इसी क्रम में कर्णप्रयाग के निवासी लंबे समय से कर्णंप्रयाग- डिम्मर-सिमली मोटर मार्ग का तीन लेन चौड़ीकरण का मांग कर रहे हैं।
इसी क्रम में सामरिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण कर्णंप्रयाग- डिम्मर-सिमली मोटर मार्ग का तीन लेन चौड़ीकरण का कार्य और राजमार्ग स्वीकृत करने की मांग को लेकर देवस्थानम बोर्ड के सदस्य आशुतोष डिमरी ने सोमवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज से मुलाकात की। और स्थानीय निवासियों की ओर से आशुतोष डिमरी ने पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज को एक ज्ञापन सौंपा है।
लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज को ज्ञापन प्रेषित करते हुए आशुतोष डिमरी ने बताया कि जनपद चमोली के सीमांत क्षेत्र नीति, माणा सीमा से पिथौरागढ़ एवं चंपावत से लगे सीमांत क्षेत्र के लिए सेना और आईटीबीपी के वाहन वाया कर्णंप्रयाग से आते हैं। कर्णंप्रयाग मे यात्रा सीजन के अलावा भी 12 महीने वाहनों का जाम लगने से सेना के वाहनों को ट्रेफिक जाम मे फंसे रहते हैं।
उन्होंने सामरिक दृष्टिकोण के तहत कर्णंप्रयाग-डिम्मर-सिमली मोटर मार्ग को राजमार्ग की श्रैणी प्रदान कर चौड़ीकरण का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि काबिना मंत्री सतपाल महाराज ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख सचिव लोनिवि को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।