उत्तराखंड राज्य की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहली बार केदारनाथ दौरे पर जा रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री का यह दौरा कई मायने में बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि केदारनाथ धाम पहुंचकर मुख्यमंत्री ना सिर्फ केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण के कार्यों का जायजा लेंगे बल्कि नाराज चल रहे तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के तय किए गए कार्यक्रमों के अनुसार 19 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ धाम जा रहा है।
मुख्यमंत्री के केदारनाथ दौरा तय होने के बाद ही विपक्षी दल सरकार पर हमलावर नज़र आ रही है। यही नहीं, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को आगाह करते हुए यहां तक कह दिया कि अगर मुख्यमंत्री केदारनाथ दौरे पर जा रहे हैं तो वह उससे पहले अपनी सुरक्षा को बढ़ा लें। गौर हो कि साल 2013 में आई आपदा के बाद से ही केदारघाटी में पुनर्निर्माण के कार्य जोरों शोरों से चल रहे। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर निर्माण कार्यों का जायजा लेते रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी के अनुसार देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों में पहले से ही काफी आक्रोश है। तो वहीं, बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान के बाद तीर्थपुरोहितों में और आक्रोश बढ़ गया है। ऐसे में अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केदारनाथ धाम के दौरे पर जा रहे हैं तो कांग्रेस उन्हें आगाह करना चाहती है कि दौरे पर जाने से पहले अपनी सुरक्षा बढ़ा लें।