करीब एक महीने की लंबी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस आलाकमान ने बीते दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद से ही तमाम कांग्रेसी विधायक नाराज चल रहे हैं। इसी क्रम में धारचूला विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक हरीश धामी भी अब खुलकर विरोध करने लगे है। हरीश धामी ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके साथ ही करीब 10 विधायक, कांग्रेस पार्टी के इस कृत्य से नाराज चल रहे हैं।
यही नहीं, हरीश धामी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस के हारने की मुख्य वजह प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ही हैं। क्योंकि इस विधानसभा चुनाव में देवेंद्र यादव ही करता धरता थे। ऐसे में आलाकमान को चाहिए था की जब प्रदेश अध्यक्ष पद से गणेश गोदियाल को हटाया गया तो उससे पहले प्रदेश प्रभारी को हटाया जाना चाहिए था। लेकिन प्रदेश प्रभारी को नहीं हटाया गया और अब जो यह प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष के लिए निर्णय लिया गया है यह निर्णय भी प्रदेश प्रभारी के द्वारा कही गई बातों पर लिया गया है।
हालांकि, जिन्हें यह दायित्व सौंपा गया है उनसे वह नाराज नहीं है लेकिन मेरिट के आधार पर दायित्व दिए जाने की अगर बात कही जा रही है तो मेरिट में सबसे ऊपर उनका नाम आना चाहिए था। यही वजह है कि तमाम विधायक नाराज चल रहे हैं और जल्द ही इस पूरे मामले को लेकर वह सभी विधायक बैठा करेंगे और बैठक में जो निर्णय होगा वह लेंगे। साथ ही कहा कि अब उन्होंने मन बना लिया है कि कांग्रेस के झंडे झंडे को नहीं उठाएंगे क्योंकि कांग्रेस ने उनके साथ नाइंसाफी की है।