उत्तराखंड में बढ़ती कोरोना महामारी के बीच डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं की कमी से उत्तराखंड पहले ही जूझ रहा है। लिहाजा हालात खराब होते देख अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्य की जनता, पूर्व सैनिक, रिटायर हो चुके डॉक्टर और स्वास्थ्य से जुड़े लोगों से सहायता मांगी है। हालांकि इसके लिए उत्तराखंड शासन ने बाकायदा आदेश भी जारी कर दिए है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो जारी कर कहा है कि इन कठिन हालात में राज्य को ऐसे लोगों की जरूरत है जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करते हुए रिटायर हुए हैं।
तीरथ सिंह रावत ने कहा कि डॉक्टर और स्वास्थ्य से जुड़े लोग कभी रिटायर नहीं होते। लिहाजा वह यह अपील करते हैं कि पूर्व डॉक्टर, टेक्नीशियन व अन्य विभागों में स्वास्थ्य से जुड़े लोगों की इस समय प्रदेश की जनता को जरूरत है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपील करते हुए सभी से आग्रह किया है कि वह 104 नंबर पर डायल करके इस बारे में और अधिक जानकारी ले सकते हैं।मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य के पास स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर संसाधनों की बेहद कमी है।
जारी किए गए आदेश ………
– कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रभावी कार्यवाही की तात्कालिकता के दृष्टिगत राज्यहित और जनहित में जिलाधिकारियों एवं प्राचार्य राजकीय मेडीकल कालेज उत्तराखण्ड को राज्य सरकार / किसी अन्य राज्य सरकार / भारत सरकार / आर्मी मेडीकल कोर / पैरा मिलिट्री मेडीकल सेवाएं या पंजीकृत निजी चिकित्सकों की अनुबंध पर सेवाएं दिनांक 28.02.2022 अथवा कोविड महामारी रहने तक, जो भी पहले हो, तक ही होगी। ऐसे चिकित्सकों को एन०एच०एम० द्वारा निर्धारित दरों पर मानदेय देय होगा। ऐसे चिकित्सक की आयु 70 वर्ष से कम हो, और जो शारीरिक रूप से पूर्ण स्वस्थ हो की ही सेवाएं ली जायेंगी। इस हेतु पृथक से पद सृजन की आवश्यकता नहीं होगी।
– कोविड- 19 की रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रभावी कार्यवाही की तात्कालिकता के दृष्टिगत राज्यहित/ जनहित में जिलाधिकारियों एवं प्राचार्य राजकीय मेडीकल कालेज उत्तराखण्ड को राज्य सरकार / किसी अन्य राज्य सरकार / भारत सरकार / आर्मी मेडीकल कोर / पैरा मिलिट्री मेडीकल या पंजीकृत पैरामेडीकल / स्टाफ नर्स की अनुबंध पर सेवाएं दिनांक 28.02.2022 अथवा कोविड महामारी रहने तक, जो भी पहले हो, तक ही होगी तथा एन०एच०एम० द्वारा निर्धारित दरों पर मानदेय (सुसंगत मद से) देय होगा। इस हेतु पृथक से पद सृजन की आवश्यकता नहीं होगी।
– कोविड-19 महामारी के नियंत्रण हेतु कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराये जाने के दृष्टिगत मेडीकल इन्टर्नस एवं एम०बी०बी०एस० अंतिम वर्ष छात्रों को भी कोविड ड्यूटी में लिया जायेगा तथा इस अवधि में मेडीकल इन्टर्नस को एनएचएम द्वारा निर्धारित दर पर मानदेय देय होगा तथा एम०बी०बी०एस० अंतिम वर्ष के छात्रों को एनएचएम द्वारा निर्धारित मानदेय का आधा देय होगा।
– वर्तमान में अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराये जाने के दृष्टिगत बीडीएस पास आउट दन्त शल्यकों को भी आवश्यकता पड़ने पर कोविड ड्यूटी में लिया जायेगा तथा एन०एच०एम० द्वारा निर्धारित दरों पर मानदेय देय होगा।