नैनीताल हाईकोर्ट ने चार धाम यात्रा के लिए तक सीमित संख्या की बाध्यता को समाप्त कर दिया है। ऐसे में चार धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु बिना रोक टोक तो चार धाम की यात्रा कर सकेंगे। तो वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं को चार धाम की यात्रा पर आने के लिए निमंत्रण दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चार धाम की यात्रा 18 सितंबर से शुरू हो गई है हालांकि अभी तक सीमित संख्या की बाध्यता थी लेकिन अब वह बाध्यता समाप्त हो गई है।
ऐसे में चार धाम की यात्रा पर श्रद्धालु बिना किसी रोक-टोक के आ सकते हैं हालांकि श्रद्धालुओं को इस बात का ध्यान रखना होगा कि कोविड-19 के नियमो का पूर्ण रुप से पालन किया जाए। यही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करती है। इसके लिए राज्य सरकार चार धाम की व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की कवायद में जुटी हुई है इस बाबत अधिकारियों को निर्देश भी दे दिए गए हैं कि चार धाम की व्यवस्थाएं और दुरुस्त कर ली जाए। क्योंकि पिछले 2 सालों से चार धाम की यात्रा सही ढंग से संचालित नहीं हो पाई है ऐसे में व्यवस्थाएं अभी कुछ ढंग से मुकम्मल नहीं है जिससे चार धाम की यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को पर्याप्त व्यवस्थाएं मिल पाए।
हालांकि मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद बाबा केदार केदार पर पहुंचे जहां उन्होंने पूजा अर्चना करने के बाद केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों के साथ ही वहां की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। वही मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्थाओं का अभी अभाव है जिसके लिए राज्य सरकार व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यही नहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि केदारनाथ धाम में अपने निर्माण कार्य कार्य जोरों शोरों से चल रहा है और 30 अक्टूबर तक आज गुरु शंकराचार्य के समाधि स्थल का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा।