उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में डिटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम की शुरुआत कर दी है। कार्यक्रम में प्रदेश के सभी 13 जिलों के 13 हज़ार स्कूलों को शामिल किया गया है जिससे प्रदेश के 50 लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित होंगे। डिटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम हाइजीन स्कूल एजुकेशन प्रोग्राम के तहत बच्चों को साफ सफाई व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा।
बच्चों को सिखाया जाएगा कि व्यक्तिगत साफ सफाई के साथ-साथ आसपास की सफाई भी अच्छे स्वास्थ्य और ओवरऑल वैलनेस के लिए बहुत आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा की सरकार बच्चों के विकास के प्रति बहुत संवेदनशील है सरकार बच्चों के विकास के लिए यथासंभव कोशिश कर रही है। आंगनवाड़ी केंद्रों में नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई है।
स्वच्छता हमारी जीवन का अभिन्न अंग है और भारत के प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बच्चे का दिमाग 6 वर्ष की उम्र तक 85% तक डिवेलप हो जाता है इसलिए इस उम्र में बच्चों को अच्छी शिक्षा की जरूरत होती है। बच्चों को साफ सफाई के प्रति जागरूक करने से ही विकसित भारत की तरफ बढ़ा जा सकता है। कोविड-19 के बाद लोगों में हाथ धोने के प्रति एक बार फिर जागरूकता आई है।
रेकिट इंडिया की तरफ से डिटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम की शुरुआत भारत मे 2014 में 2500 स्कूलों से की गई थी। उत्तर प्रदेश बिहार नॉर्थ ईस्ट राज्यों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक चल रहा है व जिन भी राज्यों में यह कार्यक्रम चलाया गया वहां बच्चों में डायरिया के केस में 14% तक की कमी दर्ज की गई है। कार्यक्रम के तहत स्कूलों में हाइजीन कॉर्नर की स्थापना की जाएगी जिससे बच्चों में हाथ धोने के प्रति जागरूकता लाई जा सके।