विजयदशमी के अवसर पर देश भर में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं इसी क्रम में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में भी विजयदशमी के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परेड ग्राउंड में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले को विजयदशमी के मौके पर बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जलाया गया। रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन करने से पहले लंका को भी जलाया गया। हालांकि, इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए।
बन्नू बिरादरी दशहरा कमेटी की ओर से परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 24 स्क्वायर फीट लंका का दहन किया है। इसके साथ ही 65 फीट ऊंचा रावण का पुतला, 60 फीट ऊंचा कुंभकर्ण का पुतला और 55 फीट ऊंचा मेघनाद का पुतला का पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम के मद्देनजर परेड ग्राउंड के चारों तरफ सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए गए बल्कि चारों ओर ज़ीरो जोन किया गया था। हर साल की तरह इस साल भी विजयदशमी के अवसर पर बड़े स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे हजारों की संख्या में जनता शामिल हुई।
वही, कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने असत्य पर सत्य की जीत, अधर्म पर धर्म की जीत पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विजयदशमी का यह पर न सिर्फ सांस्कृतिक धरोहर का मूल हिस्सा है बल्कि हमें मानव जीवन में सत्य और धर्म के मूल्य को बताता है। साथ ही कहा कि त्योहार हमे सीखता है कि अहंकार की ज्वाला स्वयं उसे व्यक्ति का नाश करता है। इस त्यौहार पर सिर्फ रावण का पुतला दहन नहीं करना है बल्कि हम सभी को अपनी बुराइयों को त्याग करते हुए सत्य, धर्म और मानवता की राह पर चलने का संकल्प लेना होगा। भगवान राम का जीवनकाल हमें ये सिखाता है कि कैसी भी विपरीत परिस्थिति क्यू ना हो लेकिन हमें अपने सिद्धांतों और विचारों का पालन करना चाहिए।
वही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए उत्तराखंड सरकार पूरी तरह से प्रतिबंध है। लिहाजा प्रदेश में किसी भी तरह की डेमोग्राफिक चेंज को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही लव जिहाद, लैंड जिहाद और मजार जिहाद के बाद अब थूक जिहाद के कलंक को भी देवभूमि की धरती से मिटाकर ही दम लेंगे।