उत्तराखंड राज्य की राजनीति में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। दरअसल कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को सभी दायित्वों से हटा दिया है। इस बाबत कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने आदेश भी जारी कर दिए हैं। जारी आदेश में देवेंद्र यादव ने जिक्र किया है कि उत्तराखंड के लोग बदलाव के लिए तरस रहे हैं और भ्रष्ट भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का इंतजार कर रहे हैं। कुशासन और भाजपा नेतृत्व से लोगो मे व्यापक गुस्सा है।
यही नही, चुनौती का सामना करना और उत्तराखंड की देवभूमि और यहां के लोगों की सेवा करना हम में से प्रत्येक का कर्तव्य है। लेकिन दुख की बात है कि किशोर इस लड़ाई को कमजोर करने और लोगों के हितों को कमजोर करने के लिए भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलनसार हैं। यही नही, पत्र में जिक्र किया गया है कि किशोर उपाध्याय को व्यक्तिगत रूप से कई चेतावनियों के बावजूद, इसमें शामिल होने का उनका, आचरण पार्टी विरोधी गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिसके चलते किशोर उपाध्याय को पार्टी के सभी पदों से हटाया जाता है, और आगे की कार्रवाई लंबित है।
वही, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अभी फिलहाल इसकी पूरी जानकारी उन्हें नही है। लेकिन किशोर को पार्टी के प्रति अपना समर्पण रखना चाहिए था। साथ ही कहा कि पार्टी ने अगर इतना बड़ा कदम उठाया है तो कोई थोड़ एविडेंस मिला होगा। जिसके बाद ही किशोर को पार्टी के सभी से हटा दिया है। साथ ही कहा कि कुछ दिनों पहले किशोर का भाजपा के नेताओ से मिलने का वीडियो सामने आया था, जिससे वो भी आहत हुए थे।