आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीते 4 दिसंबर को हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली विशाल रैली के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी अपने राष्ट्रीय नेताओं रैली करा कर भाजपा को एक करारा जवाब देने की तैयारी कर रहा है। दरअसल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का 16 दिसंबर को दौरा प्रस्तावित है। हालांकि, इस दौरे के दौरान होने वाली रैली को काफी सीमित रहने के आसार जताए जा रहे थे। लेकिन वर्तमान समय में कांग्रेस पदाधिकारी जिस तरह से तैयारियां कर रहे हैं उससे साफ झलक रहा है कि पीएम मोदी के दौरे पर कांग्रेस करारा जवाब देने की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस के पदाधिकारियों के अनुसार इस रैली में एक लाख समर्थक, पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुटेंगे। ऐसे में रैली को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की कवायद शुरू हो गई है। साथ ही, प्रत्येक विधानसभा के नेताओ को एक निश्चित लक्ष्य दिया गया है। जो राहुल गांधी की रैली में भीड़ जुटाने का काम करेंगे। यानी इससे स्पष्ट हो गया है कि, राहुल गांधी की विशाल रैली में प्रदेशभर की जनता का आवाहन किया गया है। जिसके लिए विधानसभा वार सभी नेताओं को भीड़ जुटाने की एक निश्चित जिम्मेदारी दी गई है। ताकि चुनाव से पहले राहुल गांधी का यह दौरा सफल बनाया जा सके।
उत्तराखंड में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले राहुल का ये पहला दौरा होगा। ऐसे में आगामी चुनाव से पहले कांग्रेस एक ऐतिहासिक रैली करने का दावा कर रही है ताकि पीएम मोदी के रैली को पछाड़ा जा सके। प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियों भाजपा और कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय नेताओं के दौरे को तय कर रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का दौरा 16 दिसंबर को प्रस्तावित है। तो वहीं, आगामी 24 दिसंबर को कुमाऊं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक और दौरा प्रस्तावित माना जा रहा है। ऐसे में अब दोनों ही पार्टियां अपने-अपने रैली में अधिक भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने की कवायद में जुटी हुई है।