देशभर में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर का असर कम हो गया है। तो वही, लोगों को तीसरी लहर की दस्तक का डर अभी से ही सताने का है। हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि अगले तीन- चार हफ्ते में देश के भीतर कोरोना का तीसरी लहर, दस्तक दे देगी। यही नही, महाराष्ट्र में अगले दो से चार हफ्तों में कोरोना की तीसरी लहर के दस्तक की संभावना है। क्योंकि, महाराष्ट्र में कोविड के लिए बने स्टेट टास्क फोर्स ने चेतावनी दी है। टास्क फोर्स के अनुसार तीसरी लहर का बच्चों पर खास असर नहीं पड़ेगा। तो वहीं, उत्तराखंड राज्य में भी सितंबर-अक्टूबर महीने में कोरोना तीसरी लहर के दस्तक की अटकलें लगाई जा रही है।
तीसरी लहर से पहले कोरोना ने बदला अपना रूप…….
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की दस्तक ने लोगों की नींद उड़ाई शुरू कर दी है। भोपाल में कोरोना का नया वैरिएंट डाटा प्लस मिला है। जो दूसरी लहर में आंतक मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट (बी.1.617.2) का ही बदला स्वरूप है। भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से जून महीने में 15 सैंपल भेजे गए थे। जिसमें से एक सैंपल में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। बाकी सैंपल में डेल्टा और अन्य वैरिएंट पाए गए हैं। भोपाल ही नहीं कई अन्य राज्यों में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट पर हालही में बने दावा का नही होगा असर……..
हालांकि, पहले से ही यह कहा जा रहा था कि तीसरी लहर, बच्चों के लिए काफी खतरनाक साबित होगी। लेकिन, वैज्ञानिकों के अनुसार मोनोक्लोनल एंटीबाडी काकटेल का भी असर नहीं होगा, जिसने सबको चौका दिया है। यही नहीं, कोरोना इलाज के लिए दो दवा कंपनियों ने हाल ही में यह काकटेल इंजेक्शन बनाया था। जिससे उम्मीद की जा रही थी, कोरोना के इलाज में यह बेहद कारगर होगा। ऐसे में अब राज्य ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार की भी दिक्कतें बढ़ सकती है।