स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई और संक्रमण को रोकने के लिए अस्पतालों में किये जा रहे प्रयासों का निरीक्षण किए जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कायाकल्प योजना की शुरुआत की है जिसके तहत एक अस्पताल से टीम बनाकर दूसरे अस्पतालों में निरीक्षण करने के लिए भेजे जा रहे हैं। इसी क्रम में चमोली जिले की ओर से टीम तैयार कर देहरादून के कोरोनेशन, गांधी शताब्दी अस्पताल में निरीक्षण करने के लिए भेजा गया। निरीक्षण के दौरान टीम ने कोरोनेशन, गांधी शताब्दी अस्पताल प्रशासन को व्यवस्थाओं को और बेहतर करने की बात कही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई और संक्रमण को रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गयी है। कायाकल्प योजना के तहत राज्य और केंद्र की टीम सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण करती है। प्रथम आने पर जिला अस्पताल को 50 लाख और उप जिला अस्पताल को 15 लाख का अनुदान पुरस्कार के रूप में मिलता है। अस्पताल प्रबंधन पुरस्कार की धनराशि अस्पताल में सुविधाओं को बढ़ाने में खर्च कर सकते हैं।
देहरादून स्तिथ कोरोनेशन, गांधी शताब्दी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुची चमोली की टीम में विनय बहुगुणा, डॉ हरीश थपलियाल शामिल थे। इसके साथ ही अस्पताल की और से डॉ शिखा जंगपांगी, हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर आरती शर्मा, क्वालिटी एग्जीक्यूटिव काजल वर्मा, हाउसकीपिंग सुपरवाइजर ईश्वर और पूनम गौतम भी मौजूद रही। टीम ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल के सभी डाक्यूमेंट्स के साथ ही मेडिकल वार्ड, इमरजेंसी सर्जिकल वार्ड, लेबर रूम के साथ ही नई बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इसके साथ ही इलाज कराने अस्पताल में पहुंचे मरीजों और उनके तमीरदारो से भी अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।