राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डी०के० कोटिया की अध्यक्षता में आज वर्चुअल कांफ्रेंस के माध्यम से आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के कोविड -19 संक्रमण के मुफ्त उपचार के लिए हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट, जनपद देहरादून के साथ बैठक की गई। बैठक में बताया गया कि हिमालयन हॉस्पिटल ने अब तक 1590 कोविड-19 के मरीजों का उपचार कर चुका है। जिसमें से 652 आयुष्मान कार्ड धारक भी शामिल हैं। हिमालयन अस्पताल ने कहा कि पूर्व में किन्ही परिस्थितियों में यदि आयुष्मान कार्ड धारको के कोविड-19 संक्रमण के उपचार हेतु उनसे धनराशि ली गयी होगी, तो अस्पताल स्वतः ही ऐसे लाभार्थीयों को ली गयी धनराशि लौटा कर इसकी जानकारी प्राधिकरण को उपलब्ध करायी जायेगी।
इसी क्रम में प्राधिकरण ने महंत इंद्रेश हॉस्पिटल से भी वर्चुअल कॉनफ्रेन्स के माध्यम से आयुष्मान योजना के लाभार्थियों के कोविड-19 संक्रमण के मुफ्त उपचार के लिए बैठक की गयी। मंहत इन्द्रेश हॉस्पिटल के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि अब तक 2350 कोविड -19 के मरीज़ो का उपचार किया गया है जिसमें से 480 आयुष्मान कार्ड धारक भी शामिल हैं। बैठक के दौरान महंत इंद्रेश हॉस्पिटल ने भी प्राधिकरण को कहा की वह भी स्वतः ही पूर्व में उपचारित आयुष्मान कार्ड धारक कोविङ – 19 मरीज़ों से उपचार हेतु ली गयी धनराशि उन्हें वापस कर प्राधिकरण को भुगतान के लिए इस धनराशि का क्लेम प्रस्तुत करेगा। अगले 2 दिनों के भीतर प्राधिकरण द्वारा सभी अन्य सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों से भी इस विषय पर बैठक की जायेगी।
प्राधिकरण द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारीयों को कोविड -19 उपचार हेतु सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भर्ती एवं पूर्व में कोविड-19 संक्रमण के लिये सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में उपचारित लाभार्थियों से योजना के अन्तर्गत अस्पतालों में मिलने वाले उपचार से संबंधित समस्याओं के निवारण के लिये चिकित्सालय आवंटित किये गये हैं। प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी अस्पतालों द्वारा प्राधिकरण को भुगतान हेतु प्रस्तुत किये गये क्लेम को जल्द निस्तारित करने में सहयोग भी प्रदान कर रहे हैं।
आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना (AAUY) एवं राज्य सरकार स्वास्थ्य योजना (SGHS) के अन्तर्गत अब तक 1741 कोविड-19 के मरीजों को सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपचार दिया गया है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा वर्तमान में जिन सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों द्वारा कोविड-19 संक्रमण के उपचार के दौरान आयुष्मान कार्ड धारकों से धनराशि की मांग की गयी थी। एसे 22 सूचीबद्ध निजी चिकित्सालयों से 102 लाभार्थियों को अब तक लगभग 49,73,351 रुपये की धनराशि वापस करवायी गयी है।