पिथौरागढ़ के धारचूला में शुक्रवार की रात हुई मूसलाधार बारिश ने धारचूला बाजार में फिर तबाही मचाई। पहाड़ी से बरसाती पानी के साथ आया मलबा कई घरों में घुस गया। बाजार की सड़क भी मलबे से पट गई। सड़क में पार्क किए गए वाहन भी मलबे में दब गए। मल्ली बाजार, ग्वाल गांव, खोतीला में सड़कों पर मलबा जमा हो गया है। बादल फटने से नेपाल में मकानों के ध्वस्त होने और कई लोगों के लापता होने की अपुष्ट सूचना है।
पिछले दिनों एलधार नामक स्थान पर हुए भूस्खलन के बाद से खतरा बना हुआ है। तब भूस्खलन के साथ बोल्डर गिरने से चार मकान ध्वस्त हो गए थे। इस स्थान पर जिनके मकान हैं वह लोग अभी भी अन्य सुरक्षित स्थानों पर रह रहे हैं। शुक्रवार की रात एक बार फिर मलबा आने से लोग असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। भारी बारिश के कारण काली नदी का जल स्तर भी काफी बढ़ गया।
तटबंध के ऊपर नदी बहने लगी। इससे लोग सहमे नजर आए। मौसम को देखते हुए स्थानीय प्रशासन अलर्ट हो गया है।एसडीआरएफ और पुलिस सतर्क है। नेपाल की ओर भी काफी तबाही मची है। कुछ मकानों के ध्वस्त होने और लोगों के लापता होने की भी सूचना बताई जा रही है। काली नदी के रौद्र रूप का। अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि नेपाल में काली नदी किनारे बनी सड़क पर पानी बह रहा है।