उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते राज्य पर्वतीय क्षेत्रों में समय-समय पर आपदा जैसे हालात बनते रहते हैं। हालांकि, इस साल की बात करें तो इस साल करीब 4 जगहों पर आपदा जैसे हालात बन चुके हैं। तो वही एक बार फिर उत्तराखंड आपदा के कहर झेल रही है। जी हां, दशरथ डांडा पर्वत नामक स्थान पर बादल फटने से आए भारी तबाही हुई है। जलभराव के कारण थाना देवप्रयाग कस्बा क्षेत्र के अंतर्गत शांति बाजार में बड़े-बड़े बोल्डरों और पानी में आए मलबे से कैन्तुरा स्वीट शॉप, असवाल ज्वेलर्स, कंट्रोल की दुकान एवं आईटीआई को भारी नुकसान पहुंचा है। जरीन खान की फर्नीचर की दुकान व भट्ट पूजन सामग्री की दुकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे स्थानीय लोगों में काफी भय का माहौल बना हुआ है।
हालांकि, थाना पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए क्षतिग्रस्त इमारतों के आसपास के लोगों को मौके से हटाया गया है। सभी लोगों को थाना प्रांगण एवं बस अड्डा प्रांगण में रुकवाया गया है। तो वही, थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत क्षेत्र में लगातार बने हुए हैं। राहत बचाव को लेकर श्रीनगर से एसडीआरएफ की टीम भी रवाना हो चुकी है। वर्तमान में किसी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है।
वही, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि अलकनंदा और भागीरथी नदियों के संगम स्थल देवप्रयाग में दैवीय आपदा की सूचना है। बताया गया है कि ऊंची पहाड़ी में बादल फटने से देवप्रयाग में कई दुकानें और आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं। ईश्वर की कृपा है कि इस प्राकृतिक घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने और प्रभावित लोगों को तत्काल राहत देने के निर्देश दिए हैं। आपदा से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है।