विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन की कारवाई प्रश्न काल के साथ शुरु हुई। प्रश्न काल के दौरान कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने रोजगार के मुद्दों को लेकर सदन में प्रश्न पूछा। साथ ही प्रदेश में बेरोजगारी दर की स्थिति की भी जानकारी मांगी। जिसके जवाब में श्रम मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने कहा कि 7 लाख को नौकरी दी गयी है। जिसमे से 1 लाख 15 हजार से ज्यादा लोगो को आउटसोर्स के माध्यम से और उद्योगों में 5 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी उपलब्ध कराई गई है।
यही नहीं, भाजपा सरकार ने कोरोना काल के बाद ज्यादा नौकरियां दी है। लेकिन, श्रम मंत्री डॉ हरक सिंह रावत के दिए गए जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ वही सदन के भीतर ही नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने बेरोजगारी के मामले पर सरकार की घेराबंदी कर दी। यही नहीं प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार रोजगार के आंकड़ों के जरिए जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। लेकिन इसी बीच रोजगार के आंकड़ों को लेकर सदन के भीतर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक भी देखी गई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने 2020 में 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही और फिर मार्च 2021 में 7 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही और आज वर्तमान में फिर 7 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही है। लिहाजा सदन में विपक्ष ने सत्ता पक्ष के जवाब से असंतुष्ट होकर रोजगार के मुद्दे पर वाक आउट कर दिया। हालांकि बाद में सदन की शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान विपक्ष सदन की कार्यवाही में शामिल हुआ।