उत्तराखंड राज्य में लगातार हो रहे भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन आने की घटनाएं बढ़ गई हैं। आलम यह है कि भूस्खलन होने के चलते कई सड़कें बाधित है तो वही चमोली जिले से एक ऐसी घटना भी सामने आई है जहां भूस्खलन होने की वजह से देखते ही देखते चंद सेकंडों में एक होटल धराशायी हो गया।
भारी बारिश के कारण पहाड़ पर जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है पहाड़ो पर हो रही लैंडस्लाइड की घटनाओ ने लोगो की मुश्किलें और बढ़ा दी है कहीं लैंडस्लाइड से हाइवे घंटो बाधित रहता है तो कहीं बड़े बड़े मकान खाई में समा जाते हैं। ताजा तस्वीरें चमोली बद्रीनाथ मार्ग पर की है जहां लैंडस्लाइड के कारण एक तीन मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह खाई में जा गिरी।
वैसे तो पहाड़ पर जीवन चुनोतियो से भरा होता है और बरसात के दिनों में इन चुनौतियों में बड़ा इजाफा हो जाता है पहाड़ पर बरसात आते ही सबसे ज्यादा खतरा लैंडस्लाइड का होता है आज जो तस्वीरें हम आपको दिखा रहे उसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे की तस्वीरें चमोली और बदरीनाथ हाईवे की है जहां सेंगल गांव में लैंडस्लाइड होने से हाईवे पर बना एक तीन मंजिला होटल ताश के पत्तों की तरह गहरी खाई में समा गया।
राहत की बात ये रही की जब यह होटल गिरा उस समय कोई कोई भी इस होटल में मौजूद नहीं था यानी किसी भी तरह के जान माल नहीं हुआ। जो तस्वीरें आप देख रहे हैं यह वाकई रोंगटे खड़े कर देने वाली है जो लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण ढह गया जेसे ताश के पत्तो से बना हो होटल के मलबा से NTPC की टनल बंद हो गयी। गनीमत रही की कोई अप्रिय घटना नही घटी लगातार वर्षा से पहाड़ दरक रहे हैं। ग्रामीणों क्षेत्रों की सडके बंद पड़ी जगह जगह भूस्खलन जारी है।