श्रीनगर गढ़वाल के श्रीकोट में एक गुलदार को पार्क के शौचालय में जाना महंगा पड़ गया। दरअसल, शौचालय में गुलदार के जाने की सूचना फैलने के बाद पार्क समेत आस-पास के इलाके में अफरा-तफरी का महौल बन गया। जिसके बाद पार्क के शौचालय में ही गुलदार को कैद कर डित गया। पार्क में मची अफरा-तफरी के महौल के बीच कोई छत से, तो कोई खिड़की से गुलदार को झांकता दिखाई दिया।
जिसके बाद यहॉ घूमने व आस-पास के लोगों में दहशत का महौल बन गया। मौके पर पहुॅची पुलिस टीम ने किसी तरह भीड़ को पार्क से बाहर निकाला। वहीं, वन विभाग की टीम गुलदार को रेस्क्यू करने में जुट गई। जानकारी के अनुसार गुलदार सुबह-सुबह बाथरूम में आराम फरमा रहा था तभी एक व्यक्ति बाथरूम के अंदर घुस ही रहा था कि उसने गुलदार को अंदर बैठे हुये देख लिया और फिर दरवाजा बंद कर गुलदार को अंदर कैंद कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुॅची पुलिस व वन विभाग की टीम रेस्क्यू में जुट गई।
गुलदार को बिना बैहोश किये बाथरूम से रेस्क्यू करना वन विभाग के लिये चुनौतीपूर्ण बना रहा। लेकिन कड़ी मसक्कत के बाद गुलदार को पिंजरे में कैंद कर लिया गया। वहीं, लगातार आवासीय बस्तियों की और आ रहे गुलदारों को पर्यावरणविद सही नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनायेें जंगलों में आग लगने व मानव गतिविधियों के बढ़ने से हो रहा है। पर्यावरणविद् जानवरों व इंसानों के बीच संघर्ष को पर्यावरण व जंगली जानवरों के पारिस्थतिकी तंत्र पर पड़ रहे दुस्प्रभाव का कारण मान रहे हैं।