भूमाफियाओं पर शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई न करने से नाराज भाजपा नेता ने 15 दिसंबर को आत्मदाह की चेतावनी दी है। भाजपा नेता ने चकबंदी के अधिकारियों के भूमाफियाओं के साथ मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। भाजपा नेता जगजीवन राम ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि वह भाजपा का एक सच्चा सिपाही है लेकिन कुछ भूमाफिया और चकबंदी अधिकारियों की मिलीभगत से एक बड़ा घोटाला किया गया है जिसको लेकर उनके द्वारा अधिकारियों के लगातार चक्कर काटे जा रहे हैं। लेकिन पिछले लंबे समय से कहीं भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
इसको लेकर भाजपा नेता जगजीवन राम ने मीडिया को पूरे मामले से अवगत कराया और कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की धामी सरकार भूमाफिया एवं भ्रष्ट अधिकारियों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। बावजूद इसके कुछ भूमाफिया एवं चकबंदी के अधिकारी मिलकर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेन्स की सरकार के दावों को चूना लगाते नजर आ रहे हैं जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। भूमाफियाओं के द्वारा करोड़ों रुपए की जमीन को खुर्द बर्ड किया जा रहा है जब उनके द्वारा चकबंदी के उच्चअधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया तो वह भी मामले को टालते हुए नजर आए जिससे कहीं न कहीं उनकी मिलीभगत का भी अंदेशा हैं।
जिसको लेकर उनके द्वारा मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी को एक पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया गया। यह पूरा मामला रुड़की के रहमतपुर गांव से होकर एक बाईपास निकल रहा है जिसको लेकर कुछ भूमाफिया एवं चकबंदी के अधिकारियों ने मिलीभगत कर जमीन को खुर्द-बुर्द कर हाईवे लगा डाला लेकिन लगातार शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों के द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसको लेकर उन्होंने आज मीडिया को अपनी पीड़ा बताई और 15 दिसंबर को चकबंदी कार्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।