कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों के क्रम में विगत दिनों देश के सभी राज्यों के पीठासीन अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लोकसभा अध्यक्ष द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किए जाने की बात कही गई थी। इसी क्रम में उत्तराखंड विधानसभा में भी कोविड कंट्रोल रूम की शुरुआत कर दी गई है इस संबंध में शनिवार को उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने विधानसभा के उच्च अधिकारियों के संग बैठक की।
बैठक के दौरान विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल ने विधानसभा अध्यक्ष को अवगत किया कि निर्देशानुसार उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय द्वारा वैश्विक महामारी कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। जिसके लिए सुरक्षा अधिकारी प्रदीप गुणवंत, अनु सचिव संजय रावत एवं सहायक मार्शल दीपक जोशी की ड्यूटी लगाई गई है।कंट्रोल रूम के तीनों अधिकारी सुबह 8 बजे से रात के 8 बजे तक 4-4 घंटे शिफ्ट वॉइज कार्य करेंगे। यह सभी अधिकारी सभी विधानसभा सदस्यों से संपर्क स्थापित कर उनके क्षेत्र से कोरोना से संबंधित सूचनाओं को प्राप्त कर अग्रेत्तर कार्रवाई के लिए शासन को प्रेषित करेंगे।
उत्तराखंड विधानसभा में स्थापित कंट्रोल रूम अन्य राज्यों की विधानसभाओं एवं लोकसभा के कंट्रोल रूम से भी समन्वय स्थापित करेगा। प्रभारी सचिव ने बताया कि इस कंट्रोल रूम के संबंध में जानकारी लोक सभा सचिवालय, उत्तराखंड शासन एवं स्वास्थ्य विभाग सहित सभी आवश्यक विभागों को दे दी गई है। प्रभारी सचिव ने बताया कि कंट्रोल रूम के संबंध में जानकारी सभी विधायकों को दी जा रही है।
वही, विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के संकट के समय में राज्य की विधायिकाओं द्वारा किस प्रकार से अपना योगदान दिया जाये इसी विचार के माध्यम से सभी राज्यों में कंट्रोल रूम स्थापित करने की बात लोक सभा अध्यक्ष द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कही गई थी। अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी विधानसभा परिसर में कोविड कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि विधानसभा में कंट्रोल रूम स्थापित करने का उद्देश्य सरकार एवं शासन को सहयोग देना है।साथ ही कहा कि विधानसभा क्षेत्रों से प्राप्ति कोरोना से संबंधित समस्याओं को कार्रवाई हेतु शासन, स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित विभाग को प्रेषित किया जाएगा।