उत्तराखंड में बारिश की बेरुखी से मौसम के तेवर तल्ख बने हुए हैं। शुष्क मौसम के बीच तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है। अगले चार दिन मौसम प्रदेशवासियों की कड़ी परीक्षा ले सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र ने पारे में उछाल को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। ज्यादातर इलाकों में पारे में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। जंगल की आग की घटनाएं बढ़ने और ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की आशंका है। इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मैदानों में हीट स्ट्रोक का खतरा रहेगा।
उत्तराखंड में मौसम शुष्क है और पारा लगातार चढ़ रहा है। फिलहाल बारिश के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। मार्च सूखा बीतने के बाद अप्रैल में भी बारिश का इंतजार बरकरार है। मैदान से लेकर पहाड़ी इलाकों तक में चिलचिलाती धूप पसीने छुटा रही है। अधिकतम पारे में उछाल के चलते दिन में भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है। ज्यादातर इलाकों में पारा सामान्य से चार से सात डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, अरब सागर से उठने वाला पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बेहद धीमी है। ऐसे में उत्तराखंड में फिलहाल बारिश के आसार कम हैं। अगले चार दिन तापमान में सामान्य से अत्यंत अधिक वृद्धि की आशंका है। इससे भीषण गर्मी महसूस की जा सकती है। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, चम्पावत में संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। यहां जंगल की आग विकराल हो सकती है।