प्रदेश के खिलाड़ियों को राज्य सरकार बढ़ा तोहफ़ा देने जा रही है। जिसके तहत लंबे समय से लंबित नई खेल नीति -2021 को कल होने वाली कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिलने जा रही है। नई खेल नीति में आरक्षण से लेकर खिलाड़ियों की फिटनेस ,खाने, आवास तक की व्यवस्था का प्रावधान राज्य सरकार ने किया है। कैबिनेट बैठक में नई खेल नीति -2021 मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश के खिलाड़ियों को राज्य सरकार की ओर से तमाम सुविधाएं भी दी जाएंगी।
नई खेल नीति- 2020 में उत्तराखंड राज्य सरकार ने खेलों से जुड़े खिलाड़ियों के लिए कई बड़े पुरस्कार रखे थे। हालांकि, यह नई खेल नीति, अक्टूबर 2020 में हुई कैबिनेट की बैठक में पास कर दिया गया था। लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते यह भी लागू नहीं हो पाई थी। ऐसे में उत्तराखंड राज्य सरकार नई खेल नीति -2020 में एक और बड़ा संशोधन कर दिया है। जिसके तहत मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दिया जाएगा।ऐसे में इस नई खेल नीति- 2021 को कल होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में पास कर दिया जाएगा।
बच्चों को खेल के प्रति आकर्षित करने के लिए इस नई खेल नीति में यह भी व्यवस्था किया गया है कि जो खिलाड़ी, ओलंपिक में मेडल जीतेगा उसे समूह ‘क’, कॉमनवेल्थ में मेडल जीतेगा उसे समूह ‘ख’ में सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके साथ ही, जो खिलाड़ी नेशनल या इंटरनेशनल स्तर पर मेडल जीतकर आता है तो उसे समूह ‘ग’ में सरकारी नौकरी दी जाएगी। साथ ही कहा कि अगर सरकारी सेवाओं में खिलाड़ियों को अवसर देंगे, तो ऐसे में बच्चे खेल के प्रति आकर्षित होंगे। इसके अतिरिक्त ट्रेनिंग के दौरान बच्चों के लिए अतिरिक्त फंड की भी व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है ताकि बच्चों को ट्रेनिंग लेने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो।
नई खेल नीति में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में पदक हासिल करने वाले खिलाड़ियों को नगद पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान किया गया है। ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को दो करोड़, रजत पदक जीतने पर डेढ़ करोड़, कांस्य पदक जीतने पर एक करोड़ और ओलंपिक खेल में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी को 10 लाख रुपए की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।वही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नई खेल नीति 2021 को कल कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल की बैठक में सहमति दे दी जाएगी। राज्य सरकार की सराहनीय पहल के कारण खिलाड़ियों को इसका लाभ मिलेगा।
पदक विजेताओ को पुरस्कार का प्रावधान…..
– विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने पर 30 लाख, रजत पदक जीतने पर 20 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 15 लाख और प्रतिभाग करने पर 2 लाख रुपये दिए जाएंगे।
– एशियन खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 30 लाख, रजत पदक जीतने पर 20 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 15 लाख और प्रतिभाग करने पर 1 लाख रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 20 लाख, रजत पदक जीतने पर 15 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 10 लाख और प्रतिभाग करने पर 75 हज़ार रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर 12 लाख, रजत पदक जीतने पर 8 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 6 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर 6 लाख, रजत पदक जीतने पर 4 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 3 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– यूथ ओलंपिक खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 6 लाख, रजत पदक जीतने पर 4 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 3 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– सैफ खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 6 लाख, रजत पदक जीतने पर 4 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 3 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– राष्ट्रीय खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 6 लाख, रजत पदक जीतने पर 4 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 3 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– यूथ राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 4 लाख, रजत पदक जीतने पर 3 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 2 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– यूथ एशियन खेल में स्वर्ण पदक जीतने पर 4 लाख, रजत पदक जीतने पर 3 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 2 लाख की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।
– राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर 2 लाख, रजत पदक जीतने पर 1 लाख, कांस्य पदक जीतने पर 75 हज़ार रुपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी।