जिला कारागार में बंदियों और कैदियों को तनावमुक्त रखने के लिए वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने अब एक नया प्रयोग किया है। उन्होंने कारागार में मिनी सिनेमा हाल की शुरुआत की है। इस सिनेमा हाल में कैदियों को प्रवचन से लेकर धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व की फिल्में दिखाई जाएंगी। जिससे कैदी न सिर्फ तनाव से दूर रहेंगे, बल्कि महापुरुषों के जीवन पर आधारित फिल्मों से उन्हें अपराध छोड़ने की प्रेरणा भी मिलेगी।
वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने जिला कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक का कार्यभार संभालने के बाद कई रचनात्मक गतिविधियों से बंदियों और कैदियों को जोड़ा है। इसके तहत जन्माष्टमी पर तीन दिन तक जेल में श्री कृष्ण लीला का मंचन कराया। जिसमें कैदियों ने भगवान कृष्ण, राधा, कंस आदि का शानदार अभिनय किया। अब जेल में मिनी सिनेमा हाल शुरू किया गया है। प्रोजेक्टर और स्पीकर की मदद से जेल के एक भवन को सिनेमा हाल का रूप दिया गया है।
वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि सिनेमा हाल में रोजाना एक बैरक के बंदी व कैदी दोपहर 12 से तीन बजे के बीच शो देख सकेंगे। मनोरंजन से उन्हें तनावमुक्त रखने में मदद मिलेगी। चूंकि किसी भी व्यक्ति के दिलोदिमाग पर फिल्मों का गहरा असर होता है, इसलिए महात्मा गांधी, भगत सिंह जैसे महापुरुषों के जीवन पर आधारित फिल्में दिखाई जाएंगी। जिससे बंदियों और कैदियों के जीवन में निश्चित तौर पर परिवर्तन होगा।
कैदियों के मनोरंजन और पसंद का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। फरमाईश आने पर बालीवुड की मशहूर फिल्में भी दिखाई जा सकेंगी। वरिष्ठ अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि कैदियों को धार्मिक फिल्में इसलिए दिखाई जाएंगी, ताकि अपराध की दुनिया को छोड़कर अच्छा जीवन बिताने की प्रेरणा लेकर यहां से जाएं। साथ ही, सांस्कृतिक फिल्म भी दिखाई जाएगी। कैदियों की पसंद के हिसाब से बॉक्स आफिस पर रिलीज होने वाली और पुरानी मशहूर फिल्में भी दिखाई जाएंगी।