आगामी साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड राज्य की राजनीति में नेताओं के आने-जाने का सिलसिला जारी है। जी हां, पिछले कुछ महीने से निर्दलीय विधायकों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है। तो वहीं, चर्चाओं का बाजार इस बात को लेकर गर्व है कि जल्द ही एक कैबिनेट मंत्री और एक विधायक घर वापसी कर सकते हैं। हालांकि अभी फिलहाल राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
अटकलें लगाई जा रही हैं कि आज दिल्ली में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य घर वापसी कर सकते हैं। यानी भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में अगर यह दोनों नेता घर वापसी करते हैं तो भाजपा को एक बड़ा झटका लग सकता है। हालांकि इस बात को बल इस वजह से भी मिल रहा है क्योंकि लंबे समय से कांग्रेस के नेता इस बात पर जोर देते रहे हैं कि कुछ बड़े नेता उनके संपर्क में है और जल्द ही कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
इसी बीच भाजपा के दो बड़े नेताओं का नाम सामने आना राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर रहा है। जिससे आने वाले समय में भाजपा की समस्या हो सकती है। जहां एक और भाजपा भी लगातार दावा कर रही है कि कांग्रेस के कुछ और विधायक भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं तो वही अगर यह दोनों नेता घर वापसी करते हैं तो यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका होगा।
समाज कल्याण मंत्री व बाजपुर से विधायक यशपाल आर्य व उने बेटे संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से विधायक है। दोनों ने 2017 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। तब भाजपा ने दोनों को प्रत्याशी भी बनाया था। दोनों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने यशपाल आर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया। अब 2022 के विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए राज्य में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। इसी बीच चर्चा है कि यशपाल आर्य व उनके बेटे संजीव आर्य कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।