देश के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले हेलीकॉप्टर एमई -17 वी5 के दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से सीडीएस जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 अन्य आर्मी अधिकारियों की मौत के मामले पर अब सबाल भी उठने लगे है। समझने की कोशिश की जा रही है कि ऐसा क्या हुआ कि भारतीय वायु सेना (IAF) का बहुत ही एडवांस हेलिकॉप्टर Mi-17 V5 इतने बड़े हादसे का शिकार हो गया। हालांकि, जल्द ही इन सवालों के जवाब मिलने वाले हैं, क्योंकि आज गुरुवार को विंग कमांडर आर भारद्वाज के नेतृत्व में एयरफोर्स की स्पेशल टीम ने ब्लैक बॉक्स या कहें डेटा रिकॉर्डर खोज निकाला है। इसके लिए टीम आज सुबह से ही तलाशी अभियान चला रही थी।
बता दें कि बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए एक हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की मौत हो गयी। उनके साथ अन्य 12 लोगों की भी इस घटना में मौत हुई है। पूरे घटनाक्रम पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) ने संसद में बयान दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि जनरल बिपिन बिपिन रावत अपने दौरे के लिए तमिलनाडु के वेलिंग्टन जा रहे थे। वायु सेना के Mi-17 वी5 हेलिकॉप्टर कल 11:48 AM बजे सुलूर एयर बेस से अपनी उड़ान भरी और इसे 12:15 बजे वेलिंग्टन लैंड करना था लेकिन सुलूर एयर बेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने 12:08 बजे अपना संपर्क खो दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा सीडीएस के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर आर्मी के ही अधिकारी सबाल उठा रहे है, कि आखिर सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टर के साथ ऐसी घटना कैसे घाटी कमी कँहा रही। ये सबाल सभी के मन मे उठ रहे है। हालांकि जाँच चल रही है जाँच रिपोर्ट ऑनर के बाद ही असली कारण से पर्दा उठेगा।