आगामी विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीने का ही वक्त बचा है ऐसे में प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस दमखम से तैयारियों में जुटी हुई है और दोनों ही पार्टियां जीत का दावा कर रही है। लेकिन जहां एक ओर भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं का उत्तराखंड दौरा लगातार जारी है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के नेता काफी शांत नजर आ रहे है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून पहुंचे थे, जिसे भाजपा के लिए ऑक्सीजन से कम नही माना जा रहा है। लेकिन कांग्रेसी नेताओ को ऑक्सीजन देने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं का दौरा अभी तक तय नहीं हो पाया है।
भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्ण रूप से सक्रिय नजर आ रही है। यही वजह है कि भाजपा संगठन ना सिर्फ बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर चुकी है बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं का भी उत्तराखंड आवागमन शुरू हो गया है। बीते दिनों, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड आए थे। तो वही, तमाम कैबिनेट मंत्रियों का उत्तराखंड दौरा प्रस्तावित है। इसी क्रम में गृह मंत्री अमित शाह 16 और 17 अक्टूबर को उत्तराखंड आ रहे हैं। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा भी काफी अहम माना जा रहा है।
भाजपा संगठन के राष्ट्रीय नेताओं के दौरे पर जहा एक ओर भाजपा के नेता काफी उत्साहित नज़र आ रहे है तो वहीं, कांग्रेस, भाजपा सरकार पर तंज कसने से पीछे नही हट रही है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार नजर आ रही है जिस वजह से केंद्रीय मंत्रियों का दौरा उत्तराखंड में लगाए जा रहे हैं। जोशी ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार ने काम किया होता, या फिर जनता के बीच अपनी साख बनाई होती तो इन मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारने की जरूरत नहीं होती। साथ ही कहा कि समय आने पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय और प्रांतीय नेता भी उत्तराखंड दौरे पर आएंगे।
वहीं, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले ही हार मान चुकी है। यही नही, कांग्रेस का कोई बड़ा नेता उत्तराखंड दौरे पर इस लिए नहीं आ रहा है क्योंकि उन्हें पता है आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी करारी हार होने वाली है। ऐसे में अपनी इज्जत बचाने की वजह से कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता उत्तराखंड नहीं आ रहे हैं। साथ ही कहा कि प्रदेश कांग्रेस भी बिखरी हुई है, और पार्टी में अंतरकलह जारी है। और कांग्रेस अपने बुरे दौर से गुजर रही है।