उत्तराखंड राज्य में महिलाओं के प्रति अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। आमतौर पर महिलाओं से जुड़ी मानसिक उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न और जानमाल सुरक्षा से संबंधित मामले अधिकतर देखे जाते है। लेकिन उत्तराखंड में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमे एक पीड़िता ने राज्य महिला आयोग में शिकायती पत्र देकर कहा कि उसकी फरवरी महीने में अरेंज मैरेज हुई थी। लेकिन कई महीनो तक साथ रहने के बाद भी दोनो के बीच पति पत्नी वाले रिश्ते कायम ही नही हुए। क्योंकि “उसका पति समलैंगिक है, रात को लिपिस्टिक और नेल पॉलिश लगाता है”।
दरअसल, हरिद्वार जिले की रहने वाली एक महिला ने बीते दिन राज्य महिला आयोग पहुंचकर अपने पति और ससुराल पक्ष पर आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र सौंपा है। जिसमे महीने ने बताया कि इसी साल फरवरी महीने में उसकी हरियाणा के यमुनानगर निवासी युवक से अरेंज मैरेज शादी हुई थी। पीड़िता के परिजनों ने बड़े ही धूम धूम से उसकी शादी की। शादी में लड़की के घरवालों ने करीब 80 लाख रुपए खर्च किए क्योंकि लड़के के परिवार वालों ने पैसे और गाड़ी की डिमांड की थी। जिसके तहत लड़की के पिता ने दहेज में 21 लाख रुपए, एक कार और 18 तोला सोना दिया।
शादी के बाद जब पीड़िता अपने ससुराल गई तो कुछ दिनों तक उसके और उसके पति के बीच पति पत्नी वाले रिलेशन नहीं बने। जिसके चलते पीड़िता को लगा कि अरेंज मैरेज है ऐसे में एक दूसरे को समझने में कुछ समय लगेगा। ऐसे ही कुछ समय बीत गया लेकिन कुछ भी ठीक नहीं हुआ। तभी एक रात अचानक पीड़िता की आंख खुली तो पीड़िता ने देखा कि उसका पति रात में आईने के सामने खड़े होकर लिपिस्टिक और नेल पॉलिश लगा रहा है। जिसके चलते जब पीड़िता ने पति से पूछा तो पति ने बताया कि वो समलैंगिक है।
पीड़िता ने शिकायती पत्र में कहा कि जब उनकी शादी तय हुई थी उसके बाद खुद लड़की ने लड़के से मिलने की बात कही थी। लेकिन लड़के के परिजनों ने ये कहकर मना कर दिया कि लड़का बहुत संस्कारी है जिसके चलते वो शादी से पहले नही मिलेगा। हालांकि, वो शादी से पहले रात में कुछ समय के लिए बात करता था। जब लड़की शादी के बाद ससुराल पहुंची थी कुछ दिनों तक दोनो के बीच संबंध नहीं बना तो लड़की ने अपनी सास से इस बाबत बात की जिसपर पीड़िता की सास ने कहा कि लड़का मानसिक रूप से कमजोर है जिसके चलते वो शारीरिक संबंध नहीं बनाएगा। जिसके बाद पीड़िता ने महिला आयोग में शिकायत दी है कि जब लड़का समलैंगिक था तो फिर इस बात को छुपा कर शादी क्यों की। क्योंकि इसके चलते उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई है।
वही, इस मामले पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल ने बताया कि इस तरह का कोई पहला मामला सामने नही आया है बल्कि करीब एक महीने पहले भी इस तरह का एक मामला सामने आ चुका है। जिसकी काउंसलिंग की जा चुकी ऐसे में जल्द ही पहले वाले मामले में पति और पत्नी के बीच तलाक हो जाएगा, साथ ही लड़की की शादी में हुए खर्च को भी वापिस दिलाया जायेगा। हालही में आए इस मामले पर कुसुम ने कहा कि अभी महिला की तरफ से शिकायती पत्र प्राप्त हुए है। ऐसे में दोनों पक्षों को बुलाकर काउंसलिंग की जाएगी। इसके बाद निर्णय लेते हुए कार्यवाही की जाएगी।