कुंभ मेले का अंतिम शाही स्नान में आज निरंजनी और आनंद अखाड़े द्वारा प्रतीकात्मक रूप से हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान किया गया। वहीं, जूना, अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़ा के साधु संत भी काफी कम संख्या में हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान किया। इसके बाद महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा ने भी प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान किया।
आपको बता दें कि 14 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान के बाद अखाड़ों में यह तय किया था कि आगामी शाही स्नान यानी 27 अप्रैल को प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान किया जाएगा। जिसका असर आज हरिद्वार कुम्भ में देखने को मिला। कुल मिलाकर सुबह से हजारों लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई है। यही नहीं, इस दौरान स्थानीय प्रशासन का भी पूरा सहयोग मिला। जिससे कोविड-19 के नियमो का पालन करते हुए अखाड़ों ने गंगा में स्नान किया।
संन्यासियों के साथ अखाड़े के शाही स्नान करने के बाद, बैरागी के तीन अखाड़े और वैष्णव संप्रदाय के तीन अखाड़े हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचकर शाही स्नान किया। अंतिम शाही स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। कोरोना महामारी को देखते हुए मेला प्रशासन द्वारा सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई। साथ ही अखाड़ों के शाही स्नान के वक्त रूट डायवर्ट भी रहा। ताकि स्थानीय लोगों को कोई परेशानी ना हो, इसको लेकर भी की व्यवस्था गई थी