बीते कुछ दिनों में हुई हल्की बारिश के चलते राजधानी देहरादून से 10 किलोमीटर दूर प्रेमनगर के नेशनल हाईवे के समीप पुस्ता ढह गया। जिसका निरीक्षण करने पहुचे पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज स्थिति को देखकर आगबबूला हो गए। और निरीक्षण करने के दौरान ही सतपाल महाराज ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और कांट्रेक्टर की तलाश लगा दी। वही, सतपाल महाराज ने कहा कि ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं होनी चाहिए नहीं तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आनन-फानन में बनाए जा रहे पुस्ते की गुणवत्ता के जांच के भी महाराज निर्देश दिए।
हालांकि, पीडब्ल्यूडी विभाग की यह कोई पहली लापरवाही सामने नहीं आई है बल्कि इससे पहले भी सड़कों के क्षतिग्रस्त होने पुलों के गिरने जैसी घटनाएं पहले भी हो चुकी है। बावजूद इसके लापरवाही और गुणवत्ता सही ना रखने की वजह से ऐसी घटनाएं होती रहती है। इन सब मामलों को देखते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज अपने आपको कंट्रोल ना कर सके और अधिकारियों को सख्त लहजे में निर्देश दे दिया की ऐसी लापरवाही भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए अन्यथा कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
हमेशा से उत्तराखंड राज्य में पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से लापरवाही देखी जाती रही है बावजूद इसके अभी तक इस पर लगाम नहीं लग पाया है। इसकी वजह जो भी हो लेकिन किसी भी सड़क के क्षतिग्रस्त होने पुल गिरने या फिर पुस्ता टूटने से आम जनता को ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज कहा कि कांट्रेक्टर ने अपनी गलती मानते हुए माफी मांग ली है जिसके बाद इसका रिपेयर किया जा रहा है। यही नहीं, महाराज ने कहा कि अधिकारियों को इस बाबत सख्त निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में किसी भी कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।