राजधानी देहरादून के डोईवाला थाना रोड पर बना फ्लाईओवर कल देर रात ताश की तरह ढह गया। जिसके चलते कई घंटों तक आवाजाही ठप रही। फ्लाई ओवर कितने से कुछ लोग घायल भी हो गए हैं। हालांकि, यह वो फ्लाईओवर है जो बनने के साथ ही विवादों में रहा है। क्योंकि इस फ्लाईओवर के पास बने दूसरा फ्लाईओवर का निर्माण होने के कुछ महीनों बाद ही फ्लाईओवर में दरार पड़ गई थी।
जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस फ्लाईओवर का निरीक्षण कर जांच के आदेश दिए थे और इसमें दो इंजीनियरों पर कार्यवाही भी की गई थी। उस समय से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि यह फ्लाईओवर ज्यादा दिनों तक अपनी सेवाएं नहीं दे पाएगा, और ऐसा ही हुआ। बीती रात फ्लाईओवर ढह गया।
पुल का एक हिस्सा गिरने से लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. इसी मार्ग पर भोपाल पानी के पास भी पुल के बनने के बाद पुल का एक हिस्सा गिर गया था. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दो इंजीनियर सस्पेंड किए थे. अब ग्रामीणों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वही, ग्रामीण महिपाल सिंह ने बताया कि मार्ग को दुरुस्त करने के लिए दो मशीनें लगाई गई हैं. ग्राम प्रधान नितिन रावत ने बताया कि पुल के एक हिस्से के गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है. मार्ग को बंद रखा गया है. मलबा हटाने में समय लग सकता है. उन्होंने कहा कि पुल के बनते समय ही ग्रामीणों ने घटिया कार्य को लेकर विरोध किया था, लेकिन ग्रामीणों की आवाज को अनसुना कर दिया गया था.