उत्तराखंड चारधाम की यात्रा जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर का असर धीरे-धीरे कम होने लगा है। ऐसे में एक बार फिर पिछले साल की तर्ज पर ही राज्य सरकार चारधाम की यात्रा पर जाने के लिए स्थानीय लोगों को छूट दे सकती है। उत्तराखंड के चारधाम, यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई, केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई और बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 मई को पूरे विधि विधान के साथ खोले गए थे।
लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले साल की तरह इस साल भी चारधाम की यात्रा पर रोक लगा दी गई। लेकिन अब स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है। क्योंकि कोरोनावायरस के मामले में कमी देखी जा रही है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राज्य सरकार जल्द ही स्थानीय लोगों के लिए चारधाम की यात्रा शुरू कर देगी, इसके बाद स्थितियां और थोड़ी सामान्य होते ही प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी चारधाम की यात्रा शुरू किए जा सकते हैं। हालांकि, इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज जल्द ही मुख्यमंत्री से बात करके यात्रा को चालू करा सकते हैं।
घर बैठे करें चारधाम के ऑनलाइन दर्शन…….
चारधाम की यात्रा पर रोक लगने और श्रद्धालुओं की चारधाम में गहरी आस्था को देखते हुए पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी की है। ऐसे में जो श्रद्धालु इस महामारी के दौरान चारधाम के दर्शन करना चाहते हैं वह श्रद्धालु ऑनलाइन चारधाम के दर्शन कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने वेब लिंक भी जारी कर दिए है। ऐसे में श्रद्धालु https://badrinath-kedarnath.gov.in/ इस लिंक पर क्लिक कर घर बैठे चार धाम के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे।
427 लोग करा चुके है ऑनलाइन पूजा…..
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की वजह से इस सीजन भी चारधाम की यात्रा शुरू नहीं की गई है। ऐसे में बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में लोगों की आस्था को बरकरार रखने के लिए श्रद्धालुओं की इच्छा अनुसार ऑनलाइन पूजा करने की व्यवस्था शुरू की गई। इस व्यवस्था के तहत बद्रीनाथ और केदारनाथ में अभी तक 427 ऑनलाइन पूजा कराई जा चुकी है। इन सभी ऑनलाइन पूजा के लिए करीब 10 लाख का शुल्क प्राप्त हुआ है। ऐसे में अब ऐसी व्यवस्था भी बनाई जा रही है जिसके तहत ऑनलाइन पूजा कराने वाले श्रद्धालुओं के घर प्रसाद भिजवाया जाएगा।