उत्तराखंड राज्य के लिए 4 अक्टूबर काफी अधिक भारी रहा है दरअसल जहां एक और उत्तरकाशी जिले के द्रोपदी डांडा पर्वत पर हिमस्खलन होने की वजह से 63 ट्रेनी और प्रशिक्षक फस गए। तो वही शाम आते-आते पौड़ी जिले में एक दुखद बस हादसा हो गया। दरअसल, पौड़ी जिले के धुमाकोट क्षेत्र के बीरोंखाल के पास सिमड़ी गांव में बरातियों से भरी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
यह बस हादसा इतना खतरनाक था कि एक झटके में 32 बारातियों की ना सिर्फ मौत हो गई बल्कि 18 बराती गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दरअसल, बीते मंगलवार की शाम को करीब 8:00 बजे एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को इस बाबत सूचना मिली की बीरोंखाल के पास सिमरी गांव में बारातियों से भरी एक बस खाई में जा गिरी है जिसके बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने राहत बचाव का कार्य शुरू कर दिया। हालांकि, पूरी रात राहत बचाव के कार्य चलते रहे लेकिन राहत बचाव का कार्य संपन्न नहीं हुआ।
जिसके बाद बुधवार की सुबह भी राहत बचाव का कार्य शुरू होने के साथ ही शाम 5:00 से 6:00 तक राहत बचाव का कार्य चलता रहा। हालांकि राहत बचाव कार्य के दौरान 30 शवों को बरामद किया गया इसके साथ ही 20 लोग जोगी गंभीर रूप से घायल थे उनका भी रेस्क्यू किया गया हालांकि जब 20 लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा था उसी दौरान रास्ते में दो और लोगों ने दम तोड़ दिया जिसके चलते इस बस हादसे में कुल 32 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 18 लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, इस बस में सवार यात्री बारात में गए थे जोकि लालढांग हरिद्वार से काड़ागांव वापिस आ रहे थे। जिसमें 50 लोग सवार थे। बीरोंखाल से आगे सिमड़ी गांव के पास मोड़ काटते समय बस अचानक अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। जिसकी जानकारी मिलने के बाद एसडीआरएफ रेस्क्यू टीमों ने रात्रि के घनघोर अंधेरे और अत्यधिक विषम परिस्थितियों में लगभग 500 मीटर गहरी खाई में रोप के माध्यम से उतरे। जहाँ से स्ट्रैचर द्वारा एक- एक कर के घायलों व मृतकों को निकाला गया।