उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ताबड़तोड़ कार्यवाही जारी है वर्तमान समय में 26 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि, यूकेएसएसएससी के माध्यम से हुई तमाम भर्तियों की जांच प्रक्रिया जारी है वर्तमान समय में स्नातक स्तरीय परीक्षा, सचिवालय रक्षक भर्ती, बीडीओ भर्ती और कनिष्ठ सहायक भर्ती की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही साल 2016 में हुए सब इंस्पेक्टरों की भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस टीम कर रही है।
प्रदेश में तमाम भर्तियों में हुए घोटाले की जांच के सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूकेएसएसएससी के माध्यम से हुई भर्ती में गड़बड़ियों के मामले सामने आ रहे थे जिसे देखे हुए इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी है और अभी तक 26 लोगों की गिरफ्तारी भी हो गई है। इसी क्रम में 2016 में सब इंस्पेक्टरों की भर्ती में हुआ घोटाला, पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ है जिसके चलते इसकी जांच विजिलेंस को सौंपी गई है, जिसमे जांच शुरू कर दी है। प्रदेश में हुए भर्ती घोटाले प्रकरण में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश के बेरोजगार युवाओं से जुड़ा हुआ मसला है लिहाजा इसके लिए फुलप्रूफ योजना तैयार किया जा रहा है। ताकि भविष्य में कभी भी कोई भी इस तरह का अपराधिक कृत्य करने की ना सोचे। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन बच्चों ने ईमानदारी और अपने मेहनत से परीक्षाओं को पास किया है उनको निराश नहीं होने देंगे, लिहाजा सरकार कोशिश करेगी कि उन सभी छात्रों की भर्ती हो।
विधानसभा में हुए भर्ती प्रकरण में जहां एक और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जांच कराने की बात कही है तो वही पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस मामले को वह राजनीतिक मोड़ नहीं देना चाहते हैं यही वजह है की सरकार चाहती है कि जिन भी कालखंड में भर्ती घोटाला हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कभी भी उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि साल 2016 में सब इंस्पेक्टर की भर्ती और पटवारियों की भर्ती में घोटाले हुए हैं। लेकिन जिस भी भर्ती में घोटाला हुआ है उन सबकी जांच होनी चाहिए।