कृषि प्रधान देश भारत में हर साल आषाढ़ के महीने में खरीफ की फसल की रोपाई की जाती है। हालांकि, इस दौरान कीचड़ से भरे खेत में लोगों को धान रोपाई करते आसानी से देखा जा सकता है। इसी क्रम में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने रविवार को पन्तनगर विश्वविद्यालय में वाईस चांसलर और अलकनन्दा के साथ धान की रोपाई की। इसके बाद खुद अशोक कुमार ने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा कि कई सालों बाद आज फिर ग्रामीण जीवन की याद उनकी ताजा हो गई है।
आज के इस आधुनिक युग में वर्तमान युवाओं को खेती के बारे में इतना ज्ञान नहीं है जिसकी मुख्य वजह यह है कि उनका कृषि से जुड़ाव बिल्कुल खत्म हो चुका है। लेकिन भारत कृषि प्रधान देश होने के नाते यहां कृषि को विशेष महत्व दिया जाता है। क्योंकि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कृषि पर ही आधारित है। और वह अपना जीवन यापन कृषि के माध्यम से ही करते हैं। हालांकि, उत्तराखंड राज्य की बात करे तो मुख्य रूप से खेती प्रदेश के मैदानी जिलों में ही नहीं बल्कि पर्वतीय जिलों में भी की जाती है।
डीजीपी अशोक कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी तस्वीरों को शेयर करते हुए कहा कि “आषाढ़ के इस महीने में कृषि प्रधान देश भारत ख़रीफ़ की फ़सलों की रोपाई कर रहा है। कीचड़ में सने पाँव लिए खेतों में रोपाई का मंज़र दिख जाएगा। बहुत सालों बाद आज पन्तनगर विश्वविद्यालय में वाईस चांसलर और अलकनन्दा के साथ धान की रोपाई की। खेत-खलिहान, ग्रामीण जीवन की यादें ताज़ा हो गयीं।”