उत्तराखंड राज्य सरकार ने इस साल भी कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है। हालांकि, वैश्विक महामारी को संक्रमण की वजह से पिछले साल की कावड़ यात्रा संचालित नहीं हो पाई थी। लेकिन इस साल पुराना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है जिसके तहत इस साल भी कावड़ यात्रा संचालित नहीं की जाएगी। आपको बता दें कि हरिद्वार के व्यापारी लंबे समय से कावड़ यात्रा संचालित करने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि पिछले साल भी कावड़ यात्रा संचालित ना होने और वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते लागू कर्फ्यू की वजह से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है।
जिसके चलते वह सरकार से मांग कर रहे थे की कावड़ यात्रा संचालित की जाए जिससे उनको थोड़ी राहत मिल सके। यही नहीं पिछले महीने तत्कालिक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया था। लेकिन राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री की कमान संभाली पुष्कर सिंह धामी ने शुरुआती दिनों में कावड़ यात्रा संचालित करने पर जोर दिया था। और उस दौरान मुख्यमंत्री ने तर्क दिया था कि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत करने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
जिसके बाद मंगलवार को सचिवालय में हुई कावड़ यात्रा को लेकर बैठक में अंतिम निर्णय ले लिया गया है जिसके तहत इस साल भी पिछले साल की तरह की कावड़ यात्रा संचालित नहीं होगी। ऐसे में इस साल भी कावड़ियों को निराशा ही हाथ लगी है। एक ओर जहा उत्तराखंड सरकार ने कावड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने कावड़ यात्रा को स्थगित नहीं किया है।