उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी को मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई है जिसके बाद, देहरादून जिले मैं बनाए गए सभी बूथों से पोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालय पहुंच चुकी है। इसी के साथ सभी ईवीएम जिला मुख्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख ली गई हैं, जो अब ठीक 22 दिन बाद 10 मार्च को मतगणना के लिए ही बाहर निकलेगी। दरसअल, सोमवार को मतदान के बाद देर रात तक 9,385 पोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालय में लौट आई थी। दूरस्थ क्षेत्रों की 2,312 पोलिंग पार्टियां मंगलवार देर रात को वापस लौट पाईं।
इस तरह सभी ईवीएम, वीवीपैट के साथ जिला मुख्यालय में बने स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख ली गई हैं। इन स्ट्रांग रूम पर ही मतगणना होनी है। इस तरह ईवीएम अब ठीक 22 दिन बाद यानी दस मार्च को मतगणना के लिए निकलेंगी। तब तक यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। स्ट्रांग रूम के बाहर तय सीमा तक जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी और प्रत्याशी ही जा सकेंगे। प्रदेश में किसी भी बूथ पर फिर से मतदान की नौबत नहीं आई है।
आयोग की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक हर बूथ पर हुए मतदान की स्क्रूटनी के बाद ही ईवीएम को जमा करवाते हैं। इसके लिए मतदान अधिकारी की डायरी में दर्ज घटनाओं को आधार बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में सभी प्रत्याशियों को भी बुलाया जाता है। यदि किसी मतदान केंद्र पर कोई प्रत्याशी गंभीर आपत्ति दर्ज करता है, तो जांच के बाद पर्यवेक्षक पुनर्मतदान की सिफारिश करते हैं। उत्तराखंड में कहीं भी विवाद की स्थिति नहीं आई है, इसलिए कहीं भी पुनर्मतदान की नौबत नहीं आई है।