इस साल कावड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है। कावड़ यात्रा के दौरान कावड़िए उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा समेत अन्य राज्यों से हरिद्वार में गंगा जल भरने आते है। ऐसे में दिल्ली जाने वाली बसों के लिए तय रूट रुड़की-मुजफ्फरनगर-मेरठ-मुरादाबाद की जगह 22 जुलाई से ये बसे गगलहेड़ी-सहारनपुर एक्सप्रेस वे से होकर दिल्ली जाएगी। इसके साथ ही देहरादून से दिल्ली जाने वाले सभी निजी वाहन भी इसी रूट से जायेंगे। जिसके चलते करीब 59 किलोमीटर अधिक चलना होगा। ऐसे में दिल्ली जाने वाले यात्रियों को वर्तमान किराए से करीब 12 से 14 फीसदी अधिक किराया देना होगा।
बता दे कि कावड़ यात्रा के मद्देनजर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे और चौधरी चरण सिंह कावड़ मार्ग पर 22 जुलाई से भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। ये व्यवस्था 5 अगस्त की रात तक लागू रहेगी। ऐसे में, वर्तमान रूट के तहत देहरादून से दिल्ली की दूरी 258 किलोमीटर है जबकि नए रूट से दिल्ली जाने पर करीब 317 किलोमीटर का सफर तय करना होगा। यानी वाहनों को करीब 59 किलोमीटर ज्यादा सफर करना होगा। ऐसे में परिवहन निगम अतरिक्त किलोमीटर का किराया यात्रियों से वसूलेगा।
दिल्ली के साथ ही गुरुग्राम, जयपुर, फरीदाबाद, अलवर, आगरा जाने वाली बसें भी करनाल होकर संचालित होंगी। परिवहन निगम ने निर्णय लिया है कि 21 जुलाई की रात 12 बजे से रूट परिवर्तित कर दिया जाएंगा। और ये व्यवस्था पांच अगस्त तक लागू रहेगी। देहरादून से दिल्ली जाने वाली वोल्वो बस के किराए में करीब 80 रुपए, एसी जनरथ बस के किराए में करीब 65 और साधारण बस के किराए में करीब 55 रुपए बढ़ने की संभावना है। हालांकि, 5 अगस्त के बाद पुराने रूट से वाहनों के संचालन होने पर किराया सामान्य कर दिया जाएगा।