जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में शहीद हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के मनदीप सिंह नेगी का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव सकनोली, सतपुली में पहुच गया। मनदीप के शहीद होने की खबर से उनके घर में मातम छा गया है। हालांकि शहीद का शव घर पहुंचने के बाद ग्रामीण वासी मनदीप के अमर होने के नारे लगा रहे हैं। मनदीप अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। वह पिछले साल दो माह की छुट्टी पर घर आए थे। घर में मनदीप की शादी की तैयारी चल रही थी। माता, पिता कोई शुभ मुहूर्त देखकर शादी का दिन तय करने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही बेटे की मौत की खबर आ गयी। जिससे पिता सत्यपाल सिंह और मां आनंदी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शहीद जवान मनदीप नेगी के गांव सकनोली, सतपुली पहुचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यही नही, मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों से मिलकर उनको सांत्वना दी। उन्होंने कहा की शहीद मनदीप नेगी के परिवारजनों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी।
इस अवसर पर उन्होंने घोषणा किया कि शहीद मनदीप सिंह नेगी के गांव की रोड का डामरीकरण किया जाएगा और इस मार्ग का नाम का शहीद मनदीप नेगी मार्ग रखा जाएगा। बता दे कि श्रीनगर से शनिवार देर शाम शहीद के पार्थिव शरीर को दिल्ली पहुंचाया गया था। दिल्ली से पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से कोटद्वार होते हुए रविवार सुबह उनके गांव पहुंचाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, मनदीप नेगी मार्च, 2018 में 11वीं गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुआ था। जनवरी, 2019 में वे प्रतिनियुक्ति पर 40 राष्ट्रीय राइफल्स में जम्मू कश्मीर ड्यूटी पर गए थे और वहां साजियान पोस्ट पर तैनात थे। बृहस्पतिवार शाम मनदीप अन्य सैनिकों के साथ ड्यूटी पर थे। इसी दौरान मनदीप और उसके एक अन्य साथी पर बिजली गिर गई, जिसमें मनदीप शहीद हो गए। जबकि उनका साथी बच गया।