किसी भी क्षेत्र या फिर किसी भी कार्यक्रम में हर्ष फायरिंग करना कानूनन जुर्म है। यही वजह है कि हर्ष फायरिंग करने वाले लोगों पर पुलिस शिकंजा कसती दिखाई देती है। लेकिन अगर हर्ष फायरिंग पर कार्यवाही करने वाले पुलिसकर्मी ही खुद हर्ष फायरिंग करने लगे तो क्या कहेंगे। जी हां, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी हर्ष फायरिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार रुद्रपुर पीएसी 31वी वाहिनी में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पुलिसकर्मियों ने जमकर हर्ष फायरिंग की। वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी जांच कराने की बात कर रहे हैं।
वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस कर्मियों के द्वारा 31वी वाहिनी पीएसी के गेट पर ही यह हर्ष फायरिंग की जाती दिखाई दे रही है। मिली जानकारी के अनुसार, जिस दौरान यह हर्ष फायरिंग की गई उस समय भगवान श्री कृष्ण जी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा था। इसके साथ ही कार्यक्रम में 31वी वाहिनी पीएसी के कमांडेंट ददन पाल भी मौजूद रहे। यही नहीं, पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही हर्ष फायरिंग के दौरान उनकी एसएलआर गन में कई राउंड गोलिया भी फस गयी। जिसे वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है।
तस्वीरों को जरा ध्यान से देख लीजिए यह धाएँ धाएँ की आवाज, हाथों में बंदूक, 4 सिपाही, धड़ाधड़ फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। आप सोच रहे होंगे कि कही बदमशों से पुलिस की मुठभेड़ हो रही है। लेकिन ऐसा कुछ भी नही है। ना तो यहां कोई बदमाशो को पकड़ने के लिए कांबिंग चल रही है, और ना ही बदमाशों को डराने के लिए यह फायरिंग हो रही है और ना ही कोई ट्रेनिंग चल रही है। बल्कि, 4 पुलिसकर्मी हाथों में असलाह लिए बंदूक से धड़ाधड़ फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। उनके ठीक पीछे की तरफ कुछ औऱ युवक इस नज़ारे को देख रहें है। बन्दूको से फायरिंग करने की वजह को भी जान लीजिए।
दरअसल, यह है हर्ष फायरिंग, जी वही हर्ष फायरिंग जो कानूनी तौर पर अपराध मानी जाती है। जिसके लिए पुलिस कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर हर्ष फायरिंग करने वाले को हवालात की हवा खिला देती है। लेकिन अब देखिए कि जब कानून खुद ही कानून को हाथों में ले लो तो फिर भला क्या कहेंगे! दरअसल यह मामला है जन्माष्टमी के मौके का जन्माष्टमी के मौके पर रुद्रपुर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी कार्यक्रम में चार पुलिसकर्मी अपने असलहो को लेकर हवा में हर्ष फायरिंग करने लगे। ऐसा नहीं कि सिर्फ एक ही बार गोली को चला दिया गया हो।
बल्कि कई कई बार बंदूक में गोली डालकर हर्ष फायरिंग की जाती रही। दरअसल, सवाल उठ रहे हैं कि जिस पुलिस के कंधों पर कानून की हिफाजत करने का जिम्मा है। उन्हीं कंधों पर कानून की बन्दूक रखकर कानून को ठेंगा दिखाकर खुलेआम हर्ष फायरिंग हो रही है। मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस के आला अधिकारी अनजान बनते नजर आए, जब उनसे सवाल किया गया कि पुलिस के ही कार्यक्रम मे हर्ष फायरिंग हुई है तो पुलिस के आला अधिकारियों ने जवाब दिया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है अगर इस तरह की कोई घटना हुई है तो उसकी जांच कराएंगे।
आईजी/ पुलिस प्रवक्ता अमित कुमार सिन्हा का कहना है कि मामले का जांच कराई जाएगी। किस तरह से फायरिंग हुई है क्यों हुई है इसकी क्या वजह रही हैं, जांच कराई जाएगी। उनका कहना है कि उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी नहीं है। लेकिन मामले का परीक्षण कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर उधम सिंह नगर की पुलिस ने हर्ष फायरिंग की थी और जिसका वीडियो फिलहाल वायरल हो रहा है।