कॉर्बेट नेशनल पार्क में पाखरो टाइगर सफारी में अवैध निर्माण और कटान सहित कई अनियमितता पर शासन गंभीर हो गया है। और इस मामले को लेकर एसीएस आनंद वर्धन ने कॉर्बेट नेशनल पार्क निदेशक राहुल को कारण बताओ नोटिस भेजा है। साथ ही उनसे 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है। इसके उलट इस पूरे मामले पर 6 जांच हो चुकी है और इन सभी जांचों के बाद 4 आईएएस अधिकारियों पर कार्यवाही भी की जा चुकी है।
आपको बता दे कि भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि प्रमुख वन संरक्षक की ओर से कराई गई जांच में कण्डी रोड निर्माण, मोरघट्टी और पाखरो वन विश्राम गृह परिसर में भवनों का निर्माण, पाखरो वन विश्राम गृह के समीप जलाशय का निर्माण और पाखरो में प्रस्तावित टाइगर सफारी में वृक्षों के अवैध पातन के संबंध में गंभीर प्रशासनिक, वित्तीय विधिक और आपराधिक अनियमिततायें उजागर हुई हैं।
निदेशक पर नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को प्रस्ताव भेजे जाने संबंधी कार्यों में योगदान न करने और लापरवाही बरतना भी परिलक्षित हुआ है। जो अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियमावली के विरूद्ध है। एसीएस आनंद वर्धन की ओर से उनको ये नोटस भेजा गया है। इस मामले में अब तक छह जांचे हो चुकी हैं। जिसमे पीसीसीएफ राजीव भर्तरी, अनूप मलिक, एपीसीसीएफ जेएस सुहाग और आईएफएस किशनचंद को हटाया जा चुका है। जबकि कॉर्बेट निदेशक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।