उत्तराखंड राज्य में 14 फरवरी को मतदान होना है जिसके मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां दमखम से तैयारियों में जुटी हुई है। इसी क्रम में राजनीतिक पार्टियां उम्मीदवारों के नाम को भी फाइनल करने की कवायद में जुटी हुई है। चर्चाएं हैं कि आज या कल, प्रदेश की दोनों मुख्य पार्टियां भाजपा और कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के लिस्ट को जारी कर देगी। उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से पहले ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है।
दरअसल, आज भाजपा मुख्यालय में यमुनोत्री विधानसभा सीट से आए तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिटिंग विधायक केदार रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही किसी और मूल कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाने की मांग की। आपको बता दे कि बीते दिन अपने विधानसभा क्षेत्र में डोर टू डोर जनसंपर्क करने गए यमुनोत्री विधायक केदार रावत को जनता का काफी विरोध झेलना पड़ा था। और उस दौरान विधायक अपनी इज्जत बचाते हुए वहां से रफूचक्कर हो गए थे। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काशी खूब वायरल हो रहा है।
टिकट से पहले दोनों ही पार्टियों में कार्यकर्ताओं का घमासान देखा जा रहा है। जहां बीते दिन कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में तमाम कार्यकर्ताओं ने हरक सिंह रावत के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं पर विरोध किया था। तो वही, यमुनोत्री विधानसभा सीट से विधायक केदार रावत का भी विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, साल 2017 में यमुनोत्री विधानसभा सीट से भाजपा विधायक केदार रावत ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि, अब एक बार फिर से जब विधानसभा का चुनाव होना है और टिकट बंटवारे की कवायद चल रही है।
तो ऐसे में यह यमुनोत्री विधानसभा सीट के भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक केदार रावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने कहा कि इन 5 सालों के भीतर विधायक केदार रावत ने कोई काम नहीं किया है ऐसे में वह आलाकमान से मांग कर रहे हैं कि इस बार केदार रावत को टिकट ना दिया जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केदार रावत को छोड़ भाजपा के किसी भी मूल कार्यकर्ता को यमुनोत्री विधानसभा सीट से टिकट दिया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो भाजपा यमुनोत्री विधानसभा सीट को हार जाएगी।